न सेफ्टी की चिंता, न ड्राइवर्स से किचकिच
-सिटी में रेडियो टैक्सी की कवायद हुई शुरू
- ट्यूज्डे को 3 बजे ऑर्गेनाइज होगी मीटिंग, दी जाएगी रेडियो टैक्सी रिलेटेड इंफॉर्मेशन द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : अब गोरखपुर में भी सिर्फ एक फोन पर रेडियो टैक्सी सामने होगी। इसको लेकर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए डिपार्टमेंट ने इंटरेस्टेड संस्थाओं को आमंत्रित किया है। इसको लेकर ट्यूज्डे की दोपहर 3 बजे एक बैठक भी बुलाई गई है। इस दौरान संस्था व फर्म के रिप्रजेंटेटिव्स को रेडियो टैक्सी से जुड़ी इंपॉर्टेट इंफॉर्मेशन दी जाएगी। टोटल 13 शहरों में रेडियो टैक्सी के लिए सरकार की हरी झंडी मिली है, जिसमें गोरखपुर भी शामिल है। सिटी में रेडियो टैक्सी की सुविधा शुरू हो जाने पर न लोगों को सेफ्टी की चिंता रहेगी और न ही ड्राइवर्स के साथ किचकिच होगी। रहेगी सुरक्षा की गारंटीरोड ट्रांसपोर्ट ऑफिसर्स एनफोर्समेंट डॉ। एके गुप्ता की मानें तो सरकार की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें सिर्फ संस्था ही नहीं बल्कि पैसेंजर्स की भी सेफ्टी की पूरी गारंटी रहेगी। पिछले एक साल से गोरखपुर में रेडियो टैक्सी चलाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन अभी तक एक भी अप्लीकेंट सामने नहीं आया है। इच्छुक संस्थाएं विभाग के वेबसाइट पर डीटेल्ड इंफॉर्मेशन हासिल कर सकती हैं।
10 टैक्सियां मस्टसिंगल पर्सन, ग्रुप, संस्था या फर्म सिटी में रेडियो टैक्सी के लिए अप्लीकेशन दे सकती हैं। इसके साथ उन्हें डिपार्टमेंट को 2 लाख रुपये की परफार्मेस गारंटी देनी होगी। अप्लीकेंट के पास जरूरी पार्किंग स्थल के साथ कम से कम 10 न्यू ब्रांड की टैक्सियां होना जरूरी है।
मिलने वाली सुविधाएं - एक मोबाइल कॉल पर सामने होगी रेडियो टैक्सी। - हर रूट पर फिक्स होगा रेडियो टैक्सी का किराया। - सभी टैक्सियों में जीपीआरएस सिस्टम अनिवार्य। - 24 घंटे मिलेगी सुविधा, रहेगी सुरक्षा की पूरी गारंटी। - समाप्त हो जाएगी यात्रियों और चालकों की किचकिच।