- रुस्तमपुर एरिया में सड़क और नालों का है बुरा हाल, मोहल्लेवालों को करना पड़ता है मुश्किलों का सामना

- समस्या के समाधान के लिए मुकामी लोग कई बार कर चुके हैं जीएमसी से कंप्लेन

GORAKHPUR: सिटी का रुस्तमपुर एरिया का बुरा हाल है। इस इलाके में न तो पक्की सड़के हैं और ना ही प्रॉपर पानी निकासी के लिए कोई व्यवस्था ही है। जो नाली है भी वह पूरी तरह से जाम रहती हैं। पिछले कई सालों से न तो नगर निगम के जिम्मेदार अफसर यहां झांकने गए और ना ही स्थानीय पार्षद इन समस्याओं को लेकर संजीदा हैं। हालत यह है कि मुकामी लोग प्रॉब्लम्स के बीच जीने को मजबूर हैं।

नाले हैं पूरी तरह से जाम

रूस्तमपुर एरिया का दिन ब दिन डेवलपमेंट हो रहा है। बड़हलगंज, नौसड़, सहजनवां, कौड़ीराम, गोला, खजनी ग्रामीण एरिया के ज्यादातर लोगों ने रुस्तमपुर एरिया में मकान बनवा रखा है। 50 हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस मोहल्ले का इस कदर बुरा हाल है कि लोग यहां अपनों के घर जाने से भी कतराते हैं। वॉटर लागिंग की समस्या तो यहां पिछले दस सालों से बनी हुई है। नालों में भी कूड़े का अंबार लगा रहता है, जिसकी वजह से यह ओवरफ्लो किया करते हैं। आजाद नगर के रिहायशी इलाकों के नाले भी पूरी तरह से जाम हैं और हल्की सी बरसात में यहां बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं। मुकामी लोगों की मानें तो साफ-सफाई न होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कच्ची सड़क होने के चलते मोहल्लेवासी आए दिन पार्षद मनोरमा देवी का घेराव करते हैं, लेकिन इसके बाद भी पार्षद की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

टैक्स देते हैं, लेकिन सुविधा नहीं

रूस्तमपुर एरिया में जैसे जैसे विकास होता गया। वैसे छोटी-छोटी कालोनियां भी बनती गई। जितने भी मकान बने, उनके घर के सामने सड़क और नाले प्रॉपर न होने से उन्हें काफी दिक्कतें तो उठानी ही पड़ती है। मोहल्ले के लोगों का यही कहना रहता है कि नगर निगम जब हाउस टैक्स लेता है तो फिर सड़क और नाली की व्यवस्था क्यों नहीं करवाता? रोड की कंडीशन यह है कि हल्की सी बारिश में यहां कीचड़ का दलदल हो जाता है, जहां से गुजरना किसी जंग लड़ने से कम नहीं है।

बगहा बाबा मंदिर से गेहुंआ सागर तक पूरा रास्ता खराब है। 20 हजार से ज्यादा की आबादी हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी सड़के नहीं बन सकी हैं। इससे अच्छा तो गांव की सड़के हैं।

विशाल, रिहायशी

हमारे पार्षद केवल कहने के लिए है। कभी भी सड़क की समस्या को लेकर वह गंभीर नजर नहीं आई। मोहल्ले की प्रॉब्लम को लेकर कई बार शिकायत की गई है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार उस पर अमल नहीं करता है।

नीरज चौधरी

रूस्तमपुर एरिया में ज्यादातर सड़कों का तो बुरा हाल है। वहीं नालों की कंडीशन भी उससे ज्यादा बुरी है। घर के पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं है। वॉटर लागिंग की सबसे बड़ी समस्या है।

विक्रम

पार्षद मनोरमा देवी केवल कहने के लिए हैं। कभी भी वह इन सड़कों की समस्या को लेकर सक्रिय नजर नहीं आईं। जबकि जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें आगे आना चाहिए और प्रॉब्लम से निजात दिलानी चाहिए।

इमरान

इन एरिया की सड़क और नालों का है बुरा हाल

- फुलवरिया, शिवाजी नगर, बगहा बाबा, रानीबाग, गेहुंआ सागर, कजाकपुर

Posted By: Inextlive