शहर चमके और यहां के सरकारी दफ्तर साफ सुथरे दिखे. इसके लिए खासतौर से पान-तम्बाकू खाकर इधर-उधर गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए सीएम ने फरमान जारी किया था.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके बाद गोरखपुर में इस अभियान का असर कभी नहीं दिखा। नगर निगम ने तो कभी ऐसा अभियान भी नहीं चलाया ना ही आज तक इस मद में कोई चालान काटा। निगम की सुस्ती की वजह से शहर की दीवारें और सड़क गुटखा-पान से रंगी हुईं मिलेंगी। सौ से 500 रुपए तक का चालाननगर निगम ने इसके लिए बकायदा सौ से 500 रुपए तक चालान का प्रावधान बनाया था। लेकिन नगर निगम की टीम शहर के सरकारी दफ्तर तो दूर सड़कों और गलियों तक भी नहीं पहुंची। इस अभियान को लेकर कभी गंभीर नहीं हुआ नगर निगम, जिसकी वजह से शहर में लोग कहीं भी पान गुटखा खाकर थूकते दिख जाएंगे। कर्नल की टीम करती है वसूली
रिटायर्ड कर्नल सीपी सिंह की टीम शहर में प्लास्टिक यूज करने से लगाए अतिक्रमण करने वालों पर जुर्माना लगाकर वसूली करती है। सीपी सिंह ने बताया कि अभी तक पान गुटखा खाकर इधर-उधर थुकने वालों पर कोई चालान नहीं किया गया है।

Posted By: Inextlive