श्रमदान कर साफ किया शहर का ऐतिहासिक पोखरा
- 23 रविवार से लगातार चला रहे श्रमदान सत्याग्रह
GORAKHPUR: सूर्यकुंड धाम को विश्व पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाने के लिए स्थानीय नागरिकों ने एक नया तरीका निकाला है। पिछले 23 हफ्ते से हर रविवार को नागरिक लगातार स्वयं श्रमदान करके इसके निर्माण व जीर्णोद्वार का कार्य कर रहे हैं। इस दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है। अभी तक इस अभियान में 8693 लोग जुड़ चुके हैं। श्रमदान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संतोष मणि त्रिपाठी ने बताया कि यह मंदिर बहुत पुराना है। यह भगवान राम की सूर्य उपासना का केंद्र रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकारी उपेक्षा के चलते यह स्थली खंडहर में तब्दील होती जा रही है। इसे नई पहचान दिलाने के लिए यहां के नागरिक यह आंदोलन चला रहे हैं। रविवार को हुए श्रमदान में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन रमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि यह जनता का आंदोलन है और जनता इसे हर हाल में लड़कर जीतेगी। इस अवसर पर मुख्य रूप से सतीश सिंह, राशिद अहमद, चंदन कुमार, रामू गौतम, अनूप राय, अमित उपाध्याय सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।