पुल बनवाओ नहीं तो लेंगे जलसमाधि
- तीन साल में नहीं पूरा हो सका पुल का काम
- जल समाधि की चेतावनी पर जागा जिला प्रशासन GORAKHPUR: गगहा एरिया में नदी पर पुल निर्माण में हो रही देर की वजह से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। फ्राइडे मार्निग अनशनकारियों ने अचानक जलसमाधि लेने का फैसला कर लिया। इस सूचना से प्रशासनिक अफसर सकते में आ गए। अफसरों ने अक्टूबर मंथ में पुल कंस्ट्रक्शन का आश्वासन दिया। मानमनौव्वल के बाद अनशनकारियों ने आंदोलन स्थगित कर दिया। उनका कहना है कि अक्टूबर में काम नहीं होने पर दोबारा आंदोलन शुरू होगा। पुल बनने से मिल जाएगी बाईपास रोडराप्ती नदी के रकहट एकौना और असवनपार घाट पर पुल की जरूरत महसूस की गई। लोकल पब्लिक ने पुल निर्माण की मांग उठाई तो जनप्रतिनिधियों ने पहल की। पुल निर्माण के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली तो काम शुरू हुआ। पुल बनने से जहां गगहा, असवनपार, घेवरपार, अहिरौली, टेढ़वा, रियाव, गरयाकोल, मझवलिया, सांउखोर, टाड़ा, हाटा बाजार के लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं पुल बनने से वाराणसी गोरखपुर रूट से देवरिया की राह आसान हो जाएगी और वहां के लोगों को देवरिया जाने के लिए एक बाईपास मिल जाएगा। गोरखपुर और देवरिया के बीच करीब 40 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी।
14 माह से ठप पड़ा पुल का कंस्ट्रक्शन वर्क
गगहा एरिया में राप्ती नदी के रकहट-एकौना घाट और असवनपार-नगवा घाट पर पुल बनाने का काम तीन साल पहले शुरू हुआ। दोनों पुल के लिए गवर्नमेंट ने करीब 33 करोड़ का बजट जारी किया है। असवनपार में छत का काम बाकी है, जबकि एकौनाघाट पर दो पाए और छत की ढलाई का पूरा काम होना है। राज्य सेतु निगम को पुल बनाने का काम मिला है। पब्लिक का कहना है कि करीब 14 माह से पुल का काम ठप पड़ा है। यदि तेजी के साथ काम हुआ होता तो दोनों पुल से आवागमन शुरू हो गया होता। 15 अक्टूबर से दोबारा शुरू होगा कंस्ट्रक्शन वर्कब्रिज कंस्ट्रक्शन का वर्क ठप होने से पब्लिक के बीच आक्रोश पनपने लगा है। राजनीतिक दलों के नेताओं से लोगों ने पुल निर्माण कराने की मांग की। इसको लेकर नेता दो गुटों में बंट गए। एक गुट के लोगों ने 11 अगस्त को एसडीएम बांसगांव, राज्य सेतु निगम के अफसरों से मिलकर पुल का काम कराने को कहा। वहीं दूसरे गुट लोगों ने पुल निर्माण के लिए अनशन शुरू कर दिया। थर्सडे को असवनपार घाट पर अनशन करके प्रशासन को आगाह किया। फ्राइडे मार्निग अचानक नाव लेकर लोग बीच नदी में पहुंच गए। वहीं से जलसमाधि लेने का ऐलान कर दिया। सूचना पर मिलने पर एडीएम भारी फोर्स के साथ पहुंच गए। लोगों ने डीएम को मौके पर बुलाने की मांग की। एडीएम फाइनेंस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। अक्टूबर मंथ में पुल कंस्ट्रक्शन शुरू कराने का आश्वासन देकर एडीएम ने अनशनकारियों को मना लिया।
पुल निर्माण को चल रहा अनशन खत्म करा दिया गया है। अक्टूबर मंथ में पुल का काम शुरू कराया जाएगा। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा जाएगी, ताकि फ्यूचर में किसी तरह की बांधा न आए। डॉ। चंद्रभूषण, एडीएम फायनेंस