एक हफ्ते से अंधेरे में डूबे हैं गांव
- 26 मई को आई आंधी के बाद से गायब है बिजली
- 11 हजार वोल्ट की लाइन का पोल टूटने की वजह से है प्रॉब्लम BRAHMPUR: चौरीचौरा क्षेत्र के ब्रह्मापुर के दर्जनों गांव पिछले एक हफ्ते से अंधेरे में डूबे हुए हैं। 26 मई शुक्रवार की रात आई आंधी और तूफान से लक्ष्मनपुर प्रा। विद्यालय के पास 11 हजार वोल्टेज की मेन लाइन का पोल टूट गया। जिसे एक हफ्ते बाद भी रिपेयर नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से लक्ष्मनपुर , जखनी , माईधिया , बरबसहां, पकवा, टोला, अहिवति शिवपुर, अतरिया, विनटोलिया, कौल्पुरा आदि गांवो में अंधेरा छाया हुआ है। सूखने लगी है नर्सरीगांव के किसान बिजली से ट्यूबवेल के सहारे धान की नर्सरी लगा चुके हैं, जो पानी न पड़ने की वजह से सूखने लगी है। वहीं जिन किसानों ने धान की नर्सरी नहीं गिराई है, वह बिजली आने का इंतजार कर रहे हैं। इतना ही नहीं इन गांवो में जितनी भी आटा चक्की चल रही है, सब बंद पड़ी हुई है। सबके लिए भोजन की समस्या खड़ी होने लगी है। किसानों का कहना है कि धान की नर्सरी डालने का समय निकल रहा है, अगर जल्द ही बिजली सप्लाई प्रॉपर नहीं होती तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मामले में जब चौरीचौरी के अवर अभियंता को फोन करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
एक सप्ताह से बिजली नहीं आ रही है। फोन करने पर जेई फोन नहीं उठा रहे हैं। उनकी इस लापरवाही से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। - डॉ। बीएन यादव ग्राम बरबसहा मेरी राइस मिल और आटा चक्की है। पिछले एक हफ्ते से यहां पर बिजली नहीं आ रही है, जिसकी वजह से व्यापार प्रभावित हो रहा है। बार-बार कंप्लेन करने के बाद भी अब तक बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हो सकी है। कोमल प्रजापती, लक्ष्मनपुर राइस मिल और आटा चक्की चला कर हम जीविका चलाते हैं। शिकायत करने पर हमारी बिजली काटने की धमकी दी जाती है, इसलिए जिम्मेदारों के पास जाना छोड़ दिया है। ईश्वर चन्द्र गुप्ता, माईधिया