नगर निगम में वर्चस्व की लड़ाई, पब्लिक परेशान
- नगर निगम में पार्षदों और कर्मचारियों की लड़ाई में परेशान हो रही पब्लिक
- हर साल होता है नगर निगम में विवाद द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : राजेश कुमार के बेटे का एडमिशन होना है, स्कूल ने बर्थ?सर्टिफिकेट मांगा है। वह तीन दिन से बेटे की जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कर्मचारियों की आंदोलन के कारण उनके बेटे के एडमिशन में देरी हो रही है। डेली दर्जनों लोग नगर निगम में तालाबंदी के कारण बिना काम हुए लौट रहे हैं। कर्मचारियों और पार्षदों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में पब्लिक के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। नहीं हो रहा काम, पब्लिक परेशाननगर निगम में जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र, नामांतरण, हाउस टैक्स, टेंडर, जन समस्याएं, नकल प्राप्त करना और आपसी विवाद के मसले लटक गए हैं। वित्तीय वर्ष 2014-15 एक माह बाद समाप्त होने वाला है। ऐसे में नगर निगम के बजट, इस वित्तीय वर्ष मे बचे पैसे को खर्च करने के लिए नए कामों के प्रस्ताव और टेंडर तैयार करने का काम भी अधर में लटका हुआ है।
पार्षदों ने की बैठकनगर निगम में चल रहे कर्मचारी आंदोलन को पार्षदों ने अवैध घोषित करते हुए कहा कि कर्मचारी अपने अनैतिक काम को छिपाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पार्षदों ने कहा कि अगर वेंस्डे को कर्मचारी तालाबंदी करने की कोशिश की तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। एक तरफ कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरह उनके परिवार वाले ठेकेदारी कर रहे हैं। बैठक को संबोधित करते हुए मनोनीत पार्षद हाजी शकील अंसारी ने कहा कि त्योहारों का समय में कर्मचारी मनमाना रवैया अपनाते हुए धरना दे रहे हैं। बैठक में इस्तेयाक अहमद, जावेद खान, विंधवासिनी जायसवाल, सुनील कुमार यादव, शाहिद अंसारी, शिवाजी शुक्ला, मनोज यादव, राजेश जायसवाल, अमीरूद्दीन अंसारी, जुबैर अहमद, मनीष सिंह, अजय राय सहित दर्जनों पार्षद उपस्थित रहे।
नगर निगम में पार्षद के कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए। कर्मचारी अगर समय से पार्षदों के काम करते तो शायद यह स्थिति नहीं बनती, लेकिन कर्मचारी पहले लापरवाही करते हैं और जब पार्षद उनसे बात करते हैं तो वह बात का बतंगड़ बनाते हैं। संजय सिंह, पार्षद कर्मचारियों ने केवल ऑफिशियल काम ठप किया है। यह आंदोलन पार्षदों के अभद्र व्यवहार के खिलाफ है। ऑफिशियल काम ठप होने के कारण अगर पब्लिक को परेशानी हुई है तो हम उसके लिए माफी मांगते हैं। रामप्रकाश सिंह, अध्यक्ष, नगर निगम कर्मचारी संघ