Gorakhpur News : 'फोन घुमाकर' वसूल लिए 6 करोड़ रुपए, डिफॉल्टर्स से वसूली के लिए कामयाब रही स्कीम
गोरखपुर (ब्यूरो)। पार्ट पेमेंट्स की वजह से बिजली निगम के अफसर यह सिलसिला आगे भी जारी रहने का दावा कर रहे हैं। माह सितंबर में सभी स्तर से लगभग 53 हजार कॉल की गई। जिनमें 42 हजार कंज्यूमर्स से बात हो पाई। शेष के नंबर गलत पाए गए या बंद थे। जिनका केवाईसी अपडेशन का कार्य भी किया। शहरी क्षेत्र के कंज्यूमर्स 2.25 लाख कंज्यूमर्स में से प्रतिमाह 1.29 लाख कंज्यूमर्स ने माह अगस्त में बिल जमा किया। फोन घुमाओं अभियान के बाद से सितंबर माह में 10 हजार से अधिक कंज्यूमर्स ने पेमेंट किया है। अफसरों का कहना है कि उन्हें फोन पर ऑनलाइन पेमेंट करने को भी कहा, जिससे 10 हजार में से आधे कंज्यूमर्स ने ऑनलाइन पेमेंट किया। 56 हजार से अधिक बकाएदार
मिली जानकारी के अनुसार यूपीपीसीएल ने सभी वितरण खंडों को बकाएदार कंज्यूमर्स से फोन के जरिए पेमेंट के लिए संपर्क करने का निर्देश दिया। गोरखपुर शहर के लगभग 56 हजार से अधिक के बकाएदारों की लिस्ट अफसरों ने सबस्टेशन और संविदा कर्मियों के साथ-साथ खुद भी कॉलिंग के लिए तैयार कर फोन कॉलिंग की गई। यह फोन घुमाओ अभियान आगे भी जारी रहेगा। फोन करने की दी जिम्मेदारी
शहरी क्षेत्र के चारों डिवीजन में एक लाख से अधिक डिफाल्टर है। इन पर 10 हजार से एक लाख रुपए का बकाया है। इन डिफॉल्टर्स पर करोड़ों रुपए बकाया है। बकाया वसूलने के लिए यूपीपीसीएल की गाइडलाइंस के मुताबिक डिफॉल्टर्स को फोन घुमाओ स्कीम शुरू की गई थी। इसमें चीफ इंजीनियर, एसई, एक्सईएन, एसडीओ, जेई, नियमित कर्मचारी और संविदा कर्मियों को भी शामिल किया गया है। कर्मचारी को डिफॉल्टर्स को फोन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बीते दिनों में काफी डिफॉल्टर्स को फोन किया जा चुका है। जिसमें करीब 6 करोड़ रुपए वसूली किए गए हैं। मच गई अफरातफरी बिजली निगम ऑफिसर और इम्प्लाइज के डिफॉल्टर्स को फोन करने से बकाएदारों में अफरातफरी मच गई। बिल जमा न करने, जमा करने पर कनेक्शन काट देने की चेतावनी भी दी गई। पहली बार टीम का फोन पहुंचने पर डिफॉल्टर्स में डर का माहौल हो यगा। इस पर उन्होंने बकाया बिल जमा करने शुरू कर दिए, काफी संख्या में डिफॉल्टर्स ने बिल की धनराशि गलत भी बताई, जिसे डिवीजन के जरिए सही भी किया गया। शहरी क्षेत्र के सभी सम्मानित कंज्यूमर्स अपील की है कि अपने समय को एवं कलेक्शन सेंटर पर जाने के व्यय और लाइन में लगने से बचने के लिए अधिक से अधिक ऑनलाइन पेमेंट करें।
- ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर