प्रदेश में पॉलीथिन बैन, उरुवा में तो सबकुछ पहले जैसे
- किराना स्टोर से लेकर ठेले पर सब्जी बेचने वाले धड़ल्ले से थमा रहे पॉलीथिन में सामान
- पॉलीथिन के यूज से बंजर होती जा रही है जमीन, फैलता है प्रदूषण URUVA BAZAR: उत्तर प्रदेश में दो महीने से पॉलीथिन बैन है लेकिन उरुवा में यह नियम लागू नहीं होता है। यहां तो सबकुछ पहले जैसे ही है। क्षेत्र में होटल, किराना स्टोर आदि पर पॉलीथिन के थैलों व प्लास्टिक के गिलास, पत्तल आदि का इस्तेमाल बिना किसी रोकटोक के हो रहा है। पुलिस को पॉलीथिन इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी है लेकिन लगता है कि उरुवा में पुलिस तक यह आदेश पहुंचा ही नहीं है। वह इस मामले में पूरी तरह उदासीन बनी हुई है। इन जगहों पर धड़ल्ले से उपयोगउरुवा बाजार कस्बा के साथ ही कुई बाजार, मलहनपार, देई डीहा, पक्का बाजार, धुरियापार, गोला बाजार आदि जगहों पर पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। यहां तक कि रोड किनारे लगने वाली दुकानों से लेकर बाजार में सजने वाली सब्जी की दुकानों तक खुलेआम पॉलीथिन में सामान बेचे जा रहे हैं।
हवा को रोक देती है पॉलीथिनपॉलीथिन से नुकसान के संबंध में सहायक विकास अधिकारी कृषि राम आधार यादव का कहना है कि पॉलीथिन से जमीन में लेयर बन जाती है और हवा पानी मिट्टी तक नहीं पहुंच पाता। इससे मिट्टी उपजाऊ नहीं रह जाती। यह स्थिति लगातार बनी रहने पर मिट्टी की उर्वरा शक्ति चली जाती है और वह बंजर हो जाती है। इससे और भी कई तरह के प्रदूषण होते हैं।
संबंधित थानेदारों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। इसके बाद भी अगर पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है तो मैं खुद जांच करुंगा। दोषी दुकानदारों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नलिनी कुमार सिंह, एसडीएम गोला