Gorakhpur News : ब्लाइंड मर्डर में होगा पॉलीग्राफ टेस्ट, साल 2021 से पहले के लंबित विवेचनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे अब एसएसपी
गोरखपुर (ब्यूरो)।साल 2021 से पहले दर्ज हुए हत्या, लूट व अन्य से सम्बंधित मुकदमों की पेंडिंग विवेचनाओं की मॉनिटरिंग अब खुद एसएसपी करेंगे, ताकि उनका जल्द खुलासा हो सके और आरोपित जेल जा सकें। यहीं नहीं ब्लाइंड मर्डर केस में वादी और प्रतिवादी का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी तैयारी है। एसएसपी ने तैयार किया प्लानएसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया, लंबित मुकदमों के निस्तारण के लिए प्लान तैयार किया है, जिस पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने बताया, जनवरी 2023 से अब तक दर्ज हुए 2200 केस की विवेचना की मॉनिटरिंग सीओ स्तर के अधिकारी करेंगे। वहीं, 2022 के पेंडिंग 1000 मुकदमों की विवेचना का सुपरविजन एएसपी करेंगे। एसएसपी खुद करेंगे विवेचना
साल 2021, 2020, 2019 या उससे पहले की लंबित घटनाओं की विवेचना का सुपर विजन एसएसपी खुद करेंगे। बताया कि 2022 में कुल 15,000 केस दर्ज हुए थे, जिसमें से 14 हजार निस्तारित हुए हैं। बताया कि वर्तमान में एक दिन में करीब 231 मुकदमों की विवेचना का निस्तारण हो रहा है।पुराने मर्डर केस में होगा पॉलीग्राफ टेस्ट
जानकारी के अनुसार लंबे समय से लंबित ब्लाइंड मर्डर के केस में वादी व प्रतिवादी का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाएगा। ये हत्या की घटनाएं 2018, 2019 की हैं, जिनकी विवेचना क्राइम ब्रांच के पास है। इनमें से कुछ केस में तो पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति भी कोर्ट से क्राइम ब्रांच को मिल गई है। बाकायदा वादी और प्रतिवादी को टेस्ट के लिए नोटिस भी भेज दिया गया है। इसमे से एक हत्या का केस कैंट थाने के इंजीनियरिंग कॉलेज के भैरोपुर का है। जहां 2019 में रंजीत कुमार की गोली मारकर घर मे ही हत्या हुई थी, जिसमे मृतक के भाई संजीव ने पिता, चाचा व एक अन्य रिश्तेदार पर केस कराया था, लेकिन सबूत न मिल पाने के कारण अभी तक घटना का खुलासा नहीं हुआ। पुलिस ने वादी व प्रतिवादियों के पॉलीग्राफ कराने के लिए कोर्ट से आदेश लिया है और सभी को नोटिस भी भेजा है।