भीड़ बढ़ी तो टेंट में बना दिया बूथ
- पंचायत चुनाव के चौथे चरण में छिटपुट हिंसा
- शांतिपूर्ण मतदान के बीच घटा वोटिंग परेसेंटेजGORAKHPUR : पंचायत चुनाव का अंतिम चरण पिछले तीन चरणों की अपेक्षा शांतिपूर्ण रहा। चारों ब्लॉक गोला, बड़हलगंज, उरूवां और बेलघाट से किसी तरह की बड़ी गड़बडी की शिकायत नहीं आई। तीनों चरणों की तरह इस बार भी वोटर लिस्ट में नाम न होने तथा एक ही व्यक्ति का नाम कई बार होने की शिकायत लोग करते हुए देखे गए। उरूवां ब्लॉक के मरवतियां गांव के पंचायत भवन में बूथ संख्या 37, 38 और बूथ संख्या 39 एक निजी मकान में बनाया गया था। गांव के लोगों का कहना था कि मतदान के और भी विकल्प थे लेकिन जोनल मजिस्टेट ने निजी मकान में मतदान स्थल बना दिया गया। वहीं जोनल मजिस्ट्रेट हाशिम इकबाल ने बूथों पर भीड़ बढ़ने का तर्क दिया। इसी ब्लॉक के छतियारी गांव में भी टेंट लगाकर पोलिंग बूथ बनाया गया।
नेवाइजपार में मारपीटबड़हलगंज ब्लॉक के नेवाइजपार में मतदान केंद्र पर फर्जी वोट डालने के मामले को लेकर दो कैंडिडेट भिड़ गए। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रामअधार दूबे और श्रीराम यादव एक दूसरे पर फर्जी वोट डलवाने आरोप लगाने लगे। दोनों कैंडिडेट्स के समर्थकों के बीच मारपीट भी हुई। पुलिस तत्काल दोनों प्रत्याशियों को थाने ले गई। देर शाम तक दोनों को छोड़ा नहीं गया था। वहीं वार्ड नंबर 51 के दवनाडीह मतदान केंद्र पर क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के कैंडिडेट सुरेश यादव और श्याम नारायण यादव में झड़प हो गई। एतियातन पुलिस इन लोगों को बड़हलगंज कोतवाली ले आई। वहीं गोला के दीपगढ़ बूथ पर किसी ने सुबह बूथ लूटने की अफवाह फैला दी। जिससे बड़ी मात्रा में फोर्स वहां पहुंच गई लेकिन वहां सबकुछ सामान्य मिलने पर वापस लौट आई।
रही अधिकारियों की नजर पंचायत चुनाव के अंतिम चरण में अतिसंवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस बूथों पर लगातार प्रशासनिक अधिकारी पहुंचते रहे। कमिश्नर पी गुरुप्रसाद, डीआईजी आरके चतुर्वेदी, डीएम रंजन कुमार, एसएसपी लव कुमार, सीडीओ कुमार प्रशांत पूरे दिन दौरा कर बूथों पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने में लगे रहे। उत्साह से लबरेज नए वोटरपंचायत चुनाव के अंतिम चरण में भी नए वोटर्स में अपने अधिकार का प्रयोग करने को लेकर विशेष उत्साह दिखा। उरूवा बाजार के बूथ पर वोट डालने आई अर्चना और अनिता ने पहली बार वोट डाला। उनका कहना था कि यह अधिकार हमें अपनी शक्ति का एहसास कराता है। लोकतंत्र में यह शक्ति हमें हमारा अधिकार दिलाती है। हम इससे अपने आसपास बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने उंगली पर लगी इंक को दिखाते हुए कहा कि हमने बदलाव और बेहतरी के लिए वोट दिया है।