- शहर के बाहर डेरा डालकर रहते है और रेकी के बाद वारदात करते थे

- 10 मिनट में वारदात को अंजाम देकर निकल जाते थे

- अपने एरिया में नहीं करते वारदात, एक भी केस नहीं है दर्ज

GORAKHPUR: क्9 नवंबर को चिलुआताल में हुई डकैती का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। घटना को अंजाम देने वाले सभी गैर जनपदीय हैं। उनके पास से लूट के चालीस हजार रुपए और ज्वेलरी बरामद हो गई है। हालांकि जितना माल लूटा गया था उसका आधा भी पुलिस बरामद नहीं कर सकी। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने लूट का माल ललितपुर स्थिति अपने पैतृक घर भेज दिया था। पुलिस की एक टीम रकम की बरामदगी के लिए वहां भी गई हैं।

पिछले चार महीने में प्रदेश के अलग-अलग एरिया से घुमंतू, बावरिया समेत कई गैंग ने सिटी में लूट और डकैती की वारदात को अंजाम दिया है। सन ख्000 से लेकर ख्0क्ब् तक लगातार हर साल डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया। इसमें खास तौर से चिलुआताल, गोरखनाथ, गुलरिहा, शाहपुर के साथसिटी के आउट स्कर्ट एरिया शामिल हैं। खास बात यह है कि डकैती यह वारदातें अक्टूबर से लेकर जनवरी मंथ के बीच हर साल हुई हैं। कुछ केस का खुलासा हुआ, लेकिन काफी मामलों की फाइलें आज भी धूल फांक रही हैं। इनकी मॉडस ओपरेंडी यह है कि वे पहले सिटी में डेरा लगाते हैं, फिर रेकी कर अपनी निशानदेही तय करते हैं। इसके बाद वे वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं। घटना के बाद पुलिस केवल लकीर पीटती रह जाती है।

पकड़े गए शातिर लुटेरे

चिलुआताल के झुगिया चुंगी फत्तेपुर निवासी विनोद सिंह के घर क्9 नवंबर की रात हथियार बंद नकाबपोश बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। रिटायर्ड नर्स के पूरे परिवार को बंधक बनाकर बदमाशों ने लाखों रुपए की ज्वेलरी और कैश लूटा था। हमले में फैमिली के दो मेम्बर भी घायल हुए थे। मामले में चिलुआताल और गोरखनाथ थाने की टीम बदमाशों की तलाश कर रही थी। पुलिस टीम ने फरिंदा के पास से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। जिससे पूछताछ के बाद टीम ने डकैती के मामले में रईस लाल उर्फ वर्फजी मोगिया, बहादुर, स्पूत मोगिया, सवालाल, लेखराज और नीना बताए जा रहे हैं। पकड़े गए सभी आरोपी ललितपुर डिस्ट्रिक्ट के मेहरौनी सिगेरपुर के रहने वाले हैं।

डेरा लगाकर रहते थे बदमाश

पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह कैम्पियरगंज और फरिंदा के लोहारपुरवा एरिया में डेरा लगाकर रहते थे। वहीं से वे दिन में फेरी वाले बनकर रेकी करते थे और फिर वारदात को अंजाम देते थे। रिटायर्ड नर्स के घर दो दिन पहले रेकी की थी और फिर वारदात को अंजाम दिया था।

पकड़े गए बदमाशों के अन्य कारनामे

-7 अगस्त को बरगदवा में चोरी

-ख्7 जून को जगतबेला मे एक दुकान में नकबजनी

-ख्ख् जुलाई को चिलुआताल में एक घर में नकबजनी

-क्7 जुलाई को राजेन्द्र नगर पूर्वी में एक घर में नकबजनी

-ख्0 सितंबर को घड़सरा बाजार सहजनवा में नकबजनी।

-क्म् नवंबर को घड़सरा बाजार रिठुआखोर में नकबजनी।

-8 नवंबर को भटहट बाजार में बर्तन की दुकान में चोरी की थी। इसके अलावा कैंम्पियरगंज और शाहपुर में भी नकबजनी की चार वारदातों को अंजाम दिया था।

पैतृक आवास में नहीं करते वारदात

डकैती के मामले में पकड़े गए सभी बदमाश ललितपुर के रहने वाले हैं और हैरत की बात यह है कि उनके एरिया में उनके खिलाफ कोई भी आपराधिक केस दर्ज नहीं हैं। ये बदमाश अपने शहर के बाहर जाकर वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस के अनुसार वे मात्र दस मिनट में वारदात को अंजाम देते हैं। उनकी खास बात यह है कि वे लूटी गई रकम को अपने घर भेज देते थे।

कई जनपदों में वारदात को देते चुके अंजाम

पुलिस के अनुसार पकड़े गए बदमाशों ने केवल गोरखपुर ही नहीं महराजगंज, सिद्धार्थनगर में वारदात को अंजाम दिया हैं। एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों को इंटर डिस्ट्रिक्ट गैंग में रजिस्टर किया जाएगा। पुलिस के अनुसार रिटायर्ड नर्स के घर आधा दर्जन बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। इसमें चार अंदर और दो बाहर थे। जबकि उनका साथ देने वाले दो साथी अभी भी गिरफ्त से बाहर है। उनकी तलाश के लिए टीम को ललितपुर रवाना किया है।

डेरा में रहने वालों की बनाई जाएगी लिस्ट

एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि इस घटना के खुलासे के साथ सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया कि संबंधित एरिया में ऐसे अनजान लोग जो डेरा बनाकर रह रहे हैं उनकी लिस्ट तैयार की जाए। इसके अलावा पब्लिक से भी अपील की गई है कि वे अपने एरिया में नए फेरी वाले या अन्य कोई सामान बेचते दिखे तो इसकी सूचना पुलिस को दे।

चौकीदारों को रखने के लिए प्रोत्साहित करेगी पुलिस

सिटी और आउट स्कर्ट एरिया में रहने वाले लोगों की सोसाइटी के लोगों से थाने स्तर पर संपर्क कर सुरक्षा के लिए चौकीदार रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि चौकीदार को पुलिस की तरफ से फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। यहीं नहीं यदि कोई सोसाइटी चौकीदार नियुक्त करती है तो वहां की पुलिस वेरीफिकेशन भी करेंगी।

वर्जन-

यह गैंग पहली बार पकड़ा गया है। उसे इंटर डिस्ट्रिक्ट लेवल पर रजिस्टर किया जाएगा। पकड़े गए बदमाशों की सूचना पर टीम ललितपुर भी भेजी जाएगी। इस केस के बाद से आउट स्कर्ट एरिया में गश्त और ज्यादा बढ़ा दी गई है।

रामकृष्ण भारद्वाज, एसएसपी गोरखपुर

Posted By: Inextlive