अपहृत पर शक जता रही पुलिस
- थाने में बैठाकर पीटने का आरोप
- 20 हजार रुपए मांग रहे थे अपहरणकर्ता GORAKHPUR : गुलरिहा एरिया के अपहृत बालक की बरामदगी में पेंच फंस गया है। अपहृत बालक और उसके घरवालों पर शक जताकर पुलिस जांच में जुटी है। आरोप है कि उनको थाने में कई दिनों तक बैठाया गया। पूछताछ के दौरान सिपाहियों ने अपहृत बालक, उसके पिता और रिश्तेदार की पिटाई की। पीडि़त ने पुलिस अफसरों को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। बनगाई से हुआ अपहरणबांसगांव एरिया के भगौड़ा निवासी श्रीराम की ननिहाल गुलरिहा में बिसिमलहा निवासी उदई के घर है। 19 अक्टूबर को श्रीराम अपने बेटे संजय के ननिहाल में आए। बनगाई जंगल में बड़की माई स्थान पर घूमने चले गए। तभी अचानक संजय लापता हो गया। काफी तलाश करने पर उसका पता नहीं चला तो परेशान हाल लोगों ने पुलिस को सूचना दी। तभी किसी ने श्रीराम के मोबाइल पर फोन किया। खुद को बेतिया निवासी बताकर बेटा लौटाने के बदले 20 हजार रुपए मांगे। रुपए देने के पहले 15 सौ रुपए का रिचार्ज मोबाइल में कराने को कहा। पुलिसवालों ने उससे बात करके बच्चे को छोड़ने के लिए कहा। ढाई बजे रात में रेलवे स्टेशन से लावारिस हाल बच्चे को बरामद किया।
बताया चोर गिरोह का सदस्य
पीडि़त लोगों का कहना है कि बच्चे की बरामदगी के बाद पुलिस उन पर शक करने लगी। बालक, उसके पिता और रिश्तेदार को पकड़कर थाने पर बैठा लिया। पुलिस वालों ने हड़काते हुए कहा कि तुम सभी चोरों के गैंग के मेंबर हो। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने बच्चे, उसके पिता और रिश्तेदार को थाने से छोड़ा लेकिन जांच के नाम पर उनका मोबाइल रख लिया। आरोप है कि थाने पर बैठाने के दौरान उन लोगों की पिटाई की गई। पुलिस ने पांचवीं के छात्र को भी नहीं बख्शा। पुलिस वालों का कहना है कि छह माह पहले चोरी के आरोप में बालक को जेल भेजा गया था। परेशान हाल परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई। ऐसे किसी मामले की जानकारी नहीं है। इस संबंध में जानकारी लेकर कार्रवाई का निर्देश देंगे। बच्चे के परिजन हमसे मिलकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके आधार पर जांच पड़ताल की जाएगी। डीएन शुक्ला, सीओ गोरखनाथ