पुलिस ने चिता से उठवाया वृद्घा का शव
- बांसगांव कस्बे में रविवार को हुई घटना
- बेटी के घर रहती थीं बुजुर्ग लखपति देवी GORAKHPUR: बुजुर्ग महिला की संदिग्ध हालत में मौत की सूचना से सनसनी फैल गई। पट्टीदारों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने डेड बॉडी को चिता से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना रविवार को बांसगांव कस्बे में हुई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को डेड बॉडी सौंप दी जाएगी। बेटी कर रही थी देखभाल मऊ जिले के हलधरपुर, बेलौझा निवासी 75 साल की विधवा लखपति देवी की देखभाल करने वाला कोई नहीं था। इसलिए वह अपने दामाद बांसगांव कस्बा निवासी राजेंद्र सिंह के घर आ गई। इकलौती बेटी कांति कई साल से अपनी मां की देखभाल कर रही हैं। शनिवार की रात लखपित का निधन हो गया। रविवार की सुबह परिवार के लोग बुजुर्ग का दाह संस्कार कराने गए।देवर की सूचना पर पहुंची पुलिस
परिवार के लोग बुजुर्ग महिला की चिता सता रहे थे। तभी अचानक पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि महिला के देवर बेलौझा निवासी पंकज सिंह ने संदिग्ध मौत की सूचना दी है। इसलिए बुजुर्ग का पोस्टमार्टम कराना पड़ेगा। पुलिस कार्रवाई से महिला के दामाद सहित अन्य लोग आश्चर्यचकित रह गए। लोगों ने पुलिस को भरोसा दिलाने का प्रयास किया। लेकिन पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार कराने की बात कहकर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
सूचना देकर चला गया देवर मां की डेड बॉडी कब्जे में लेने से बेटी भी परेशान हो गई। वह बांसगांव थाना में अपना पक्ष बताने पहुंची। उसने आरोप लगाया कि प्रापर्टी के लालच में उसकी मां को सगे पट्टीदार परेशान करते थे। उसके मां के नाम की एक लाख की एनएससी भी अपने पास रख लिए हैं। पट्टीदारों के उत्पीड़न से तंग आकर वह मां को अपने घर ले आई। इसके पहले लोगों ने अपहरण करके बुजुर्ग को बंधक बनाने का आरोप भी लगाया था। तब पुलिस ने पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई जिससे झूठा आरोप न लगाया जा सके। महिला के देवर ने संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना दी थी। बुजुर्ग और बीमार महिला अपनी बेटी की ससुराल में दो साल रह रही थीं। किसी तरह का संदेह न रहे। इसलिए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। श्याम लाल यादव, एसओ बांसगांव