कहींघर का भेदी ही तो चोर नहीं
-बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 7 लाख रुपए की दवाओं की चोरी का मामला
-घटना के दस दिन भी पुलिस पीट रही लकीर GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इन दिनों दवाईयों की चोरी का मामला सुर्खियों में है। दस दिन बीत जाने के बाद भी दवाई चोर पुलिस की पकड़ से दूर हैं। चोरी की घटना पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो घटना के दो दिन बाद पुलिस ने इस मामले में चीफ फार्मासिस्ट और फार्मासिस्ट से गहनता से पूछताछ की थी। फिर भी सच्चाई अभी तक सामने नहींआ सकी है। इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन भी कुछ कर्मचारियों को संदिग्ध मान रही और उनकी जांच कर रही है। इतनी सब कवायदों के बाद भी नतीजा अभी तक सिफर है। ऐसे हुई चोरीमेडिकल कॉलेज के नेहरू चिकित्सालय में पुराना इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर सेंटर ड्रग स्टोर है। ख्9 जनवरी की रात में खिड़की की जाली और ग्लास तोड़कर चोरों ने करीब साल लाख रुपये की दवाइयों पर हाथ साफ कर दिया था। चोर यहां से आई ड्रॉप, अस्टीमीन फोर्ट, डैटी फ्लाक्सासीन, अस्थालीन रोटा कैप, अस्थालीन रेसपुल्स समेत कई महत्वपूर्ण दवाएं ले गए थे। जिस खिड़की को तोड़ कर चोरी की गई थी, उसके पास से चाकू और सरिया भी मिला था। वहां पर दवाएं बिखरी मिली थी। पुलिस घटना के ही दिन से जांच में लगी है, लेकिन अभी तक उसके हाथ खाली हैं।
खड़े हो रहे कई सवाल -क्या चोर को मालूम था कि कौन से दवाएं महंगी और कौन सी सस्ती हैं? - क्या बिना कर्मचारियों की मिलीभगत के इतनी बड़ी चोरी संभव है? -जब चोरी हो रही थी तो क्या उस समय वहां कोई सुरक्षा गार्ड नहींथा? इतनी मात्रा में दवाइयों को ले जाते क्या किसी ने भी चोर को नहींदेखा, क्या ऐसा संभव है? -कहींदवाइया दरवाजे से तो नहींनिकाली गई? -कहीं खिड़की को तोड़कर मामले को उलझाने या भटकाने की कोशिश तो नहींकी गई? घटना के समय कहां थे गार्ड बीआरडी मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा के लिए सैनिक कल्याण निगम के फ्ख् सुरक्षा गार्ड हैं। इसमें से भ् गार्ड रिजर्व में है। इन गार्डो की आठ-आठ घंटे की डयूटी होती है। मेन गेट, प्रिंसिपल ऑफिस, ट्रामा सेंटर, इंसेफेलाइटिस वार्ड, न्यू वार्ड, इंदिरा, राजेंद्र, सरोजनी हॉस्टल के पास डयूटी करते हैं। इसके अलावा लेबर रूम की सुरक्षा के लिए चार महिला गार्ड भी तैनात है। अब सवाल पैदा होता है कि चोरी की रात गार्ड कहां थे? पहले भी सामने आए हैं कई मामले-एक सितंबर ख्0क्ब् एक्सपायर्ड दवा पकड़ी गई।
-ख्म् सितंबर को स्टोर से ख् लाख भ्0 हजार रुपए के जांच किट की चोरी। -ख् फरवरी को गाइनी वार्ड के लेबर रूम से दवा चोरी करते पकड़ा गया कर्मचारी। -फ् फरवरी को पेशेंट के फैमिली मेंबर्स ने जूनियर डाक्टर पर डॉक्टर पर दवाइयों की चोरी का आरोप लगाया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। साथ ही मेडिकल कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से बनी टीम जांच में लगी है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। डा.रामयश यादव, एसआईसी मेडिकल कॉलेज दवाइयों की चोरी के मामले में जांच पड़ताल चल रही है। इस संबंध में कई लोगों से भी पूछताछ की गई। मामला जल्द ही खुल जाएगा। अजय कुमार ओझा, एसओ, गुलरिहा