गोरखपुर के माफियाओं की कुण्डली अब एक-एक करके खुलने लगी हैं. यहां के अधिकतर माफिया गुंडागर्दी के बल पर अर्जित संपत्ति अपने नाम पर नहीं बल्कि दूसरे के नाम पर रखते हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।माफिया को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए जब पुलिस ने उनकी संपत्ति खंगालना शुरू की तो जांच में यह बात खुलकर सामने आई। पुलिस की अभी तक की जांच में सबसे अधिक संपत्ति वाले माफिया में पहले नंबर पर फरार माफिया विनोद उपाध्याय का नाम है। इसके बाद माफिया अजीत शाही और सुधीर सिंह है। वहीं, शातिर माफिया राकेश यादव सबसे गरीब निकला। इसके नाम से केवल दो कमरे का एक घर मिला है। फरार माफिया विनोद उपाध्याय पर बढ़ेगा इनाम


बता दें, फरार चल रहे माफिया विनोद उपाध्याय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम रखा है, लेकिन विनोद उपाध्याय का टेरर इस कदर हावी है कि कोई मुखबिर कुछ भी नहीं बता रहा है। ऐसे में अब पुलिस माफिया को पकडऩे के लिए इनाम बढ़ाने जा रही है। एसपी सिटी ने विनोद उपाध्याय पर इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने के लिए कागजी कार्यवाही शुरू कर दी है। माफिया के लिए बने अलग-अलग नोडल अधिकारी

गोरखपुर में टॉप 5 की सूची में माफिया अजीत शाही, सुधीर सिंह, विनोद उपाध्याय, राजन तिवारी और राकेश यादव का नाम है, जिनके लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। माफिया विनोद उपाध्याय और अजीत शाही के लिए एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई और एसपी क्राइम इंदु प्रभा सिंह को नोडल अधिकारी बनाया गया है। राजन तिवारी और सुधीर सिंह के लिए एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह व राकेश यादव के लिए एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी और एएसपी मानुष पारिख को नोडल बनाया गया है। इन प्वाइंट पर बनी कुंडली

कुंडली में माफिया के पिता का नाम, स्थायी पता, अस्थायी पता, रिश्तेदार, बेटा-बेटी, भाई, माता, बहन, चाचा, ताऊ, मौसा, हिस्ट्रीशीट नंबर, पंजीकृत गैंग नंबर, गैंग लीडर का नाम, माफिया का टाइप, गैंग के सदस्य और सहयोगियों की संख्या, माफिया के विरूद्ध पंजीकृत आपराधिक मुकदमों की संख्या, किन-किन जिले में मुकदमे दर्ज हैं, आपराधिक मुकदमों की प्रकृति, व्यावसायिक कार्य, राजनैतिक संबद्धता, मुख्य आपरेटिंग जिला, किस प्रकार हथियार स्वंय और गैंग द्वारा यूज किया जाता है, माफिया के कितने मुकदमे न्यायालय में विचारधीन है, कितने अभियोग में सजा हुई, सजा के मुकदमे और कितनी सजा हुई, माफिया की वर्तमान स्थिति, माफिया और गैंग के सदस्यों के विरूद्ध कार्यवाही का विवरण, गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई, गैंगेस्टर में जब्त संपत्ति का अनुमानित मूल्य, अवैध कब्जे से अवमुक्त संपत्ति का अनुमानित मूल्य, ठेका टेंडर, अवैध व्यवसाय बंद होने से हानि, मुठभेड़ में मृत, अन्य कार्यवाही और माफिया के गैंग सदस्यों के खिलाफ आखिरी कार्रवाई का विवरण दर्ज है।माफिया पर दर्ज मुकदमेमाफिया मुकदमेराकेश यादव 50सुधीर सिंह 36विनोद उपाध्याय 25प्रदीप सिंह 53राधेश्याम 34अजीत शाही 35सुभाष शर्मा 22सत्यव्रत राय 16शैलेंद्र 09गोरखपुर में अब तक माफिया पर कुछ बड़ी कार्रवाई.भू-माफिया ओमप्रकाश पाण्डेय की 6 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त। नशे की कारोबारी पंडिताइन की 13.5 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त। मेडिकल माफिया अभिषेक यादव की 103 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त। भू-माफिया जवाहर यादव की 416 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त। भू-माफिया भृगनाथ सिंह की 8.5 करोड़ की संपत्ति जब्त। माफिया सुधीर सिंह की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त। माफिया अजीत शाही की 14.73 करोड़ की संपत्ति जब्त
माफिया पर लगातार कार्रवाई चल रही है। अजीत शाही की लखनऊ में दूसरे के नाम पर संपत्ति मिली है। अभी तक विनोद उपाध्याय की सबसे अधिक संपत्ति चिन्हित की गई है। माफिया विनोद की गिरफ्तारी के लिए हर तरह का प्रयास किया जा रहा है। बहुत जल्द इसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम और बढ़ाया जाएगा।कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive