दंगे के रिहर्सल में फेल हो गए थानेदार
- रिपीटर गन ने छुड़ाए कई थानों के दरोगाओं के पसीने
- एसएसपी ने खुद चला कर कराई मॉकड्रिल GORAKHPUR: त्योहारों में गड़बड़ी फैलाने वालों से पुलिस सख्ती से निपटने की तैयारी में लगी है। इसके लिए रविवार को पुलिस लाइन में दंगा नियंत्रण का रिहर्सल कराया गया। मगर शहर के संवेदनशील इलाकों के थानेदार ही मॉकड्रिल में फेल गए। उनकी तैयारी से हैरान एसएसपी ने खुद असलहे चलाकर ट्रेनिंग कराई। इस दौरान जिले के सभी पुलिस अधिकारी, सीओ और एसओ मौजूद रहे। रिहर्सल में मिली खामियों को दूर करने का निर्देश एसएसपी ने दिया। मास्टर ट्रेनर के रूप में सीओ कोतवाली अशोक पांडेय ने सभी को दंगा नियंत्रण के बारे में जानकारी दी। बच्चों का खिलौना नहीं रिपीटर गनपुलिस को आधुनिक असलहों से लैस किया जा रहा है। इसलिए हर थाने पर रिपीटर गन दिए गए हैं। करीब एक साल पहले थानों को रिपीटर गन मुहैया कराए गए थे। लेकिन इन्हें चलाने की जानकारी थानेदारों और पुलिस कर्मचारियों को अब तक नहीं हो सकी है। मॉकड्रिल में रिपीटर गन चलाने की प्रैक्टिस कराई गई। पुलिस अधिकारी तब हैरान रह गए जब शहर के संवेदनशील थाना क्षेत्रों तिवारीपुर, राजघाट, गोरखनाथ और कोतवाली के थानेदार इसे चलाने में नाकाम रहे। एसओ गोरखनाथ ने गलत तरीके से फायरिंग की। राजघाट के थानेदार गन में कारतूस लोड नहीं कर पाए। वहीं, तिवारीपुर के एसओ को गन के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी। थानेदारों की हालत देखकर एसएसपी ने खुद फायर करके जानकारी दी।
सीओ की फायरिंग थी जानलेवा मॉकड्रिल में सीओ ने गलत फायरिंग कर दी। उनकी फायरिंग से किसी की जान जा सकती है। इस कमी को दूर करने की हिदायत देते हुए एसएसपी ने पिलेट गन, एंटी राइट गन और मिर्ची बम की प्रैक्टिस कराई। उन्होंने खुद मिर्ची बम छोड़कर सभी पुलिस कर्मचारियों को उसे चलाने और सावधानी बरतने के बारे में बताया। इसके बारे में भी मिली जानकारी - किस तरह से दंगा फैलता है। - दंगा फैलने पर क्या-क्या कार्रवाई की जानी चाहिए। - आग लगने पर किस तरह से नियंत्रण किया जाएगा। - कब, कब किस तरह से पानी की बौछार का इस्तेमाल करना चाहिए। - लाठीचार्ज और फायरिंग में किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए। - आंसू गैस के गोल छोड़ने, रबर बुलेट के प्रयोग की जानकारी दी गई - फर्स्ट एड के लिए क्या-क्या करना चाहिए। वर्जनत्योहारों को देखते हुए दंगा नियंत्रण की तैयारी में रिहर्सल कराया गया है। इस दौरान जो भी कमियां पाई गई हैं उन्हें दूर करने का निर्देश दिया गया है।
- रामलाल वर्मा, एसएसपी