तीन लाख दो तब भेजेंगे जेल
-चार दिनों से थाने में बैठाया गया है आरोपी
-बेलघाट एरिया के बहादुर गांव का मामला GORAKHPUR: पुलिस की छवि सुधारने के लिए अफसर लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मातहत अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। बेलघाट पुलिस एक हत्यारोपी को चार दिनों से थाने में बैठाकर रुपए का इंतजार कर रही है। परिजनों का आरोप है कि हत्यारोपी को जेल भेजने के बदले उनसे तीन लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। शनिवार को पुलिस ने 40 हजार रुपए में सौदा पटाने की कोशिश की। हालांकि परिजनों के इनकार करने से बात नहीं बन सकी। एसओ के छुट्टी पर होने से सीयूजी नंबर अटेंड करने वाले दरोगा ने किसी तरह जानकारी से इंकार किया। चार साल पहले हुइर् थी हत्याचार साल पहले बेलघाट के बहादुरपुर गांव में विनोद नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गांव के ही शैलेंद्र सिंह उर्फ मुन्नू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने शैलेंद्र सिंह को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। करीब डेढ़ साल बाद जमानत होने पर वह छूटकर घर पहुंचा। कुछ दिनों पहले हाईकोर्ट ने शैलेंद्र कुमार की जमानत निरस्त कर दी। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। 15 दिसंबर को पुलिस ने शैलेंद्र को पकड़ लिया। उसे लेकर थाने लेकर चली गई।
छेड़खानी का लगाया आरोप हत्यारोपी को उठाने के बाद पुलिस खेल खेलने लगी। पुलिस ने उसको जेल भेजने के बजाय घरवालों को संदेशा भेजकर बुलवाया। परिजनों को बताया कि एक महिला ने शैलेंद्र के खिलाफ छेड़खानी की तहरीर दी है। लेकिन बाद में महिला किसी तरह की तहरीर देने से मुकर गई। इसके बाद पुलिस ने शैलेंद्र सिंह को थाने में बैठा लिया। उससे तमंचे के बारे में पूछताछ करने लगी। परिजनों ने जेल भेजने की बात कही तो एक सिपाही ने रुपए की डिमांड शुरू कर दी। शुरू में परिजनों से तीन लाख रुपए मांगे गए। शनिवार को युवक के भाई को बुलाकर सिपाही ने 40 हजार देने को कहा। बताया कि शैलेंद्र सिंह को अवैध तमंचा रखने के आरोप में जेल भेजा जाएगा। युवक को जेल न भेजने से परेशान परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि रुपए मांगने के आरोप में सिपाही को कैंट थाना से हटाया गया था।