तीन साल से डटे थे, अब हटेंगे सिपाही
- तीन सौ अधिक सिपाही होंगे प्रभावित
- जुगाड़ की बदौलत थानों पर काट रहे मलाई GORAKHPUR: जिले के थानों पर लंबे समय से तैनात रहे सिपाही जल्द हट जाएंगे। पुलिस विभाग में व्यापक फेरबदल की तैयारी में लगे कप्तान ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। तीन साल से अधिक का समय गुजार चुके सिपाहियों की लिस्ट बनाई जा रही है। जल्द ही बरगद बने सिपाहियों को नई जगहों पर तैनाती मिल जाएगी। एसएसपी के नए कदम से सिपाहियों के बीच खलबली मची है। कारखास सिपाहियों में खलबलीसिपाहियों के संबंध में एसएसपी को लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कुछ सिपाहियों की वजह से जबर्दस्त आंतरिक कलह भी है। लोगों ने एसएसपी को बताया है कि थानों पर सालों से जमे सिपाही हर मामला मैनेज करते हैं। उनके इशारे पर पूरा थाना चलता है। कोतवाल या थानेदार का कारखास होने से उनकी सबसे ज्यादा चलती है। दूसरे सिपाही इसको लेकर तकरार भी करते हैं। माना जाता है कि थाने की हर गतिविधि में कारखास की अहम भूमिका होती है। तबादले में कारखास सिपाहियों पर पहले गाज गिरेगी।
हेराफेरी का प्रभाव, लगा रहे जुगाड़महकमे के लोग एसएसपी का तेवर भांप चुके हैं। कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी होने के पहले कुछ सिपाहियों ने जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया है। नई पोस्टिंग के पहले से ही थानों और चौकियों की लिस्ट बनाकर नेताओं को देने लगे हैं। पुलिस विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि मलाईदार जगहों पर तैनाती के लिए पॉवर लगानी पड़ती है। सत्ता पक्ष से जुड़े लोग दबाव बनाने में ज्यादा कामयाब होते हैं।
इन जगहों के लिए होती मारामारी थाना पुलिस चौकी चिलुआताल बरदगवां गुलरिहा सरहरी और भटहट कैंट रेलवे कॉलोनी शाहपुर पादरी बाजार बेलीपार नौसढ़ झंगहा नई बाजार सहजनवां पिपरौली बाजार पीपीगंज जंगल कौडि़यांराजघाट टीपी नगर