पिकअप खरीदने को गढ़ी लूट की कहानी
- सहजनवां में गुरुवार को देर शाम हुई घटना
- हार्डवेयर दुकान के कर्मचारी ने बरामद कराए रुपए GORAKHPUR: सहजनवां एरिया में बोक्टा के पास एक लाख 20 हजार रुपए की लूट फर्जी निकली। हार्डवेयर की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी ने मालिक का पैसा हड़पने की नीयत से लूट की कहानी गढ़ी थी। एक घंटे की जांच-पड़ताल में पुलिस ने उसकी पोल खोल दी। आरोपी कर्मचारी के खिलाफ रुपए हड़पने कोशिश करने, जालसाजी, पुलिस को झूठी सूचना देने का मुकदमा दर्ज करके अरेस्ट कर लिया। शुक्रवार को एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिकअप खरीदने के लिए कर्मचारी ने अपने मालिक के साथ दगाबाजी की। रुपए लेकर लौट रहा था कर्मचारीखजनी एरिया के खूटभार निवासी नेबूलाल हार्डवेयर के बिजनेसमैन हैं। उनकी दुकान पर संतकबीर नगर जिले के धनघटा निवासी तुफानी का बेटा राजन यादव तीन साल से काम करता था। पिकअप ड्राइवर राजन फर्म से माल लोडकर के क्षेत्र में पहुंचाने जाता था। कलेक्शन के रुपए भी साथ लेकर लौटता था। गुरुवार की रात वह कलेक्शन का एक लाख 20 हजार लेकर दुकान पर जा रहा। रात करीब आठ बजे उसने फोन करके सहजनवां एरिया में रुपए लुटने की सूचना दी। बताया कि बाइक सवार तीन बदमाश तमंचा सटाकर नकदी और उसका मोबाइल लेकर भाग गए। वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस एक्टिव हो गई।
खेत में मिट्टी खोदकर छिपाए रुपए एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह भी मौके पर पहुंचे। शुरूआती पूछताछ में पुलिस को कर्मचारी राजन यादव की कारस्तानी पर शक हुआ। घटनास्थल के पास खेत में उसके मोबाइल की बैट्री और कवर अलग-अलग गिरे मिले। पुलिस को लूट की सूचना पर शक हुआ। थोड़ी सी सख्ती पर कर्मचारी ने पूरा मामला खोल दिया। खेत में मिट्टी खोदकर छिपाया हुई रकम भी उसने बरामद करा दी। कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि रुपए हड़पने के लिए उसने झूठी सूचना दी थी। उसके मालिक छह हजार रुपए में 24 घंटे गाड़ी चलवाते थे। इससे तंग आकर उसने नई गाड़ी खरीदने का प्लान बनाया। बुधवार को वह एक लाख 70 हजार रुपए लेकर गया था। इससे उसको लगा कि मालिक को उस पर शक नहीं करेंगे। पहले भी कर चुका था गड़बड़ीहार्डवेयर व्यवसायी नेबूलाल के बेटे आकाश से पुलिस ने पूछताछ की। इस दौरान सामने आया कि इसके पहले भी राजन यादव कई बार छोटी रकम हड़प चुका था। तीन माह पूर्व उसने 14 हजार की हेराफेरी की तो उसे काम से हटा दिया गया। लगन में कर्मचारी न मिलने पर मालिक ने दोबारा बुला लिया। इसका बेजा फायदा उठाकर कर्मचारी ने रुपए हड़पने की कहानी बना दी। 12वीं तक पढ़े राजन के पिता पंजाब में हलुवाई हैं।
लूट की सूचना फर्जी निकली। आरोपी कर्मचारी को अरेस्ट करके पुलिस ने केस का खुलासा कर दिया है। अपनी गाड़ी खरीदने के लिए उसने लूट की कहानी बनाई। लेकिन पुलिस की सख्ती से खुद जुर्म कबूल कर लिया। एक लाख 20 हजार रुपए भी उसने बरामद कराए। ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण