दिवाली के पहले पुलिस का धमाका
- पुलिस ने पकड़ी अवैध पटाखा फैक्ट्री
- पॉश इलाके में चल रहा था खतरनाक कारोबार GORAKHPUR: तिवारीपुर एरिया के जफर कॉलोनी में अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी गई। सोमवार की दोपहर क्राइम ब्रांच और तिवारीपुर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में मामला सामने आया। पटाखा बना रहे फैक्ट्री मालिक सहित छह लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया। उनके कब्जे में बाजार में जाने को तैयार माल बरामद हुआ। पकड़े गए लोगों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम सहित कई धाराओं में केस दर्ज करके पुलिस कार्रवाई कर रही है। वहीं देर रात गोरखनाथ एरिया के लच्छीपुर में भी क्राइम ब्रांच ने एक अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी। फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों को हिरासत में लेकर हजारों रुपए का माल कब्जे में कर लिया। मकान में चला रही थी फैक्ट्रीक्राइम ब्रांच के सीओ अभय कुमार मिश्र को पटाखा फैक्ट्री चलने की सूचना मिली। क्राइम ब्रांच और तिवारीपुर एसओ आशुतोष सिंह की टीम लेकर सीओ मोहल्ले में पहुंचे। कॉलोनी निवासी लड्डन अहमद के मकान में छापा मारा तो पटाखा फैक्ट्री पकड़ी गई। लड्डन के घर में तेजी से पटाखा बनाने काम चल रहा था। पुलिस के पहुंचने पर उनको सांप सूंघ गया। पुलिस ने काम कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया। पकड़े जाने के डर से लड्डन की बेटियां रोने लगी। हालांकि पुलिस ने उसकी पत्नी और बेटियों को हिरासत में नहीं लिया।
पॉश इलाके में कारोबार मकान के भीतर बड़े-पटाखा बम, अलग-अलग बोरियों में भरे अनार और छोटे बम कई बोरियों में तैयार मिले। इसके अलावा दो बोरा बारूद, पांच बोरा नौसादर, एक बोरा कोयला पाउडर रखा मिला। फैक्ट्री में कागज के रैपर, तराजू, ड्रम और सूजा सहित अन्य सामान को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। मकान का हर हिस्सा बारूद की गंध से महक रहा था। काम करने वाले भी बारूद से सने थे। पूछताछ में लड्डन ने पुलिस को बताया कि वह एक माह से कारोबार कर रहा था। छोटे दुकानदार उसका माल खरीदकर ले जाते हैं। उसने कहा कि लाइसेंस न मिलने से उसको चोरी छिपे फैक्ट्री चलानी पड़ी। पॉश इलाके में चल रही फैक्ट्री पकड़े जाने से आसपास के लोग दंग रह गए। लखनऊ से लाते हैं कच्चा माललड्डन ने बताया कि लखनऊ के अमीनाबाद से वह कोयला, गंधक, शोरा खरीदकर लाता है। एक किलो शोरा में एक पाव कोयला, एक पाव गंधक मिलाकर मसाला तैयार किया जाता है। थोक में दो रुपए का अनार, तीस रुपए का पटाखा बम बिकता है। छोटे और मंझोले कारोबारी आसानी से माल खरीदकर दिवाली पर दोगुना मुनाफा लेकर बेच देते हैं।
तो क्या छोड़ दें धंधा? पुलिस की पूछताछ में लड्डन ने बताया कि वह चार बार पहले भी जेल जा चुका है। वर्ष 2000 में जफर कॉलोनी में वह फैक्ट्री चला रहा था। तभी आग लगने से विस्फोट हुआ, जिसमें उसकी अम्मी सैयदा का इंतकाल हो गया। वर्ष 2007 उसने खजनी के हरैया रोड पर फैक्ट्री डाली। वहां अगलगी में हुमायूंपुर निवासी मजदूर अशोक की मौत हो गई। 10 अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद प्रशासन ने उसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया। इसके बाद से वह चोरी छिपे काम कर रहा है। पुलिस ने पूछा कि मां की मौत के बाद धंधा क्यों नहीं बदला। इस सवाल पर लड्डन ने साफ कहा कि मां की मौत हुई तो क्या हम कारोबार बंद कर दें। ट्रेन एक्सीडेंट के बाद सरकार ट्रेन चलाना बंद थोड़े कर देती है। उसकी बात सुनकर पुलिस वाले भी चौंक गए। पूरा कुनबा करता है कामलड्डन की फैमिली में उसकी पत्नी, पांच बेटियां और चार लड़के हैं। उसने पुलिस को बताया कि पूरा परिवार उसके कारोबार में साथ देता है। सब लोग मिलकर पटाखा बनाते हैं। मजदूरों के रखने पर कई तरह का रिस्क रहता है। लड्डन ने कहा पुस्तैनी धंधा होने से दूसरा कोई काम नहीं कर पाते हैं।
छापेमारी में पुलिस ने इनको किया अरेस्ट लड्डन अहमद, उसके दो बेटे शमशाद और रियाज, गोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर निवासी ओम प्रकाश के बेटे मनोज कुमार, बहादुर के बेटे मनोज, चिलुआताल एरिया के बालापार निवासी ओम प्रकाश के बेटे सूरज को अरेस्ट किया। लड्डन और उसके बेटे अलावा तीनों को सोमवार की सुबह मजदूरी पर बुलाया गया था। 60 पटाखा बम बनाने पर मजदूर को 10 रुपया दिया जाता है। पटाखा फोड़ किया चेक माल के साथ गिरफ्तार सभी लोगों को तिवारीपुर थाना ले जाया गया। वहां पुलिस कर्मचारियों ने कुछ पटाखों को फोड़कर चेक किया। इसके बाद बरामद माल सीज किया गया। उधर बारूद से सने अभियुक्तों को पुलिस कर्मचारियों ने नहलाया, ताकि उनके साथ किसी तरह की अनहोनी की संभावना न रहे। पटाखा फैक्ट्री चलने की सूचना पर छापेमारी की गई। लड्डन के मकान में लोग रंगेहाथ पकड़े गए। सभी को अरेस्ट करके उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। अभय कुमार मिश्रा, सीओ क्राइम ब्रांच