'घोड़ा' गैंग के दो शातिरों पर शिकंजा
- घोड़े से रोड ब्लॉक कर लूट की वारदात को देते थे अंजाम
-दिन में मजदूरी और रात में करते थे लूट - आधा दर्जन से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुका है गैंग GORAKHPUR: दिन में मजदूरी और रात में लूट यहीं पेशा है चिलुआताल के 'घोड़ा' गैंग का। घोड़ा गैंग का नाम इन्हें इसलिए दिया गया क्योंकि अपने शिकार को फंसाने के लिए ये घोड़े का इस्तेमाल करते थे। यह घोड़े उनके पालतू हैं। गैंग ने डेढ़ महीने के भीतर आधा दर्जन से ज्यादा सनसनीखेज लूट की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है। लगातार शिकायत मिलने पर पुलिस ने इनपर शिकंजा कसा और लुटेरे सलाखों के पीछे पहुंच गए। हालांकि गैंग के अभी और भी मेम्बर हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। लूट का माल भी बरामदपकड़े गए लुटेरे गैंग के दो सदस्य चिलुआताल के नवापार टोला जंगल निवासी अभिषेक साहनी उर्फ मजनू और व्यास मुनि साहनी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों को मानीराम जमुना इंटर कालेज के पास से अरेस्ट किया है। उनके पास से लूट के सात मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड समेत लूट का माल भी बरामद हुआ है। इस गैंग में कई और भी मेम्बर हैं लेकिन वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
छोटी चीज लूटते थे पकड़े गए दोनों शातिर लुटेरे और गैंग के अन्य मेम्बरों ने अपना ठिकाना चिउटहा पुल को बनाया था। चिउटहा पुल के आस-पास ही वे एक्टिव थे। गैंग कभी लोकल लोगों के साथ वारदात नहीं करता था बल्कि दूर-दराज और अंजान लोगों के साथ ही लूट की वारदात करता था। ये मोटी रकम की जगह छोटी-छोटी चीज लूटते थे। इनके टारगेट पर मोबाइल फोन, महंगे कपड़े और यहां तक कि ये जूते तक उतरवा लेते थे। गैंग कभी भी किसी की बाइक नहीं लूटता था। ऐसे करते थे लूटपकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि वह अपने पालतू जानवर (घोड़े) को रात के अंधेरे में टहलाने के बहाने निकले थे। पुल के आस-पास मेन रोड पर घोड़े को छोड़ देते थे। बाइक से आने वाले लोगों के सामने घोड़े आने से उनकी स्पीड कम हो जाती थी। फिर रोड के किनारे झाडि़यों में छिपे बदमाश अचानक बाइक सवार पर हमला बोल देते थे। लाठी से हमला कर उन्हें गिरा देते थे और फिर बाइक समेत सवार को रोड किनारे गड्डे की तरफ खींच कर ले जाते थे। ताकि वहां से गुजरने वालों की निगाह उनपर न पड़ सके। डरा धमका कर उनसे कैश, मोबाइल फोन व उनके पास मौजूद सारा सामान लूट लेते थे।
यूं हुआ खुलासा चिलुआताल के चिउटहा पुल के पास क्म् दिसंबर की रात महराजगंज डिस्ट्रिक्ट के रहने वाले आशुतोष मिश्रा अपने साथी रवि के साथ गोरखपुर से घर लौट रहे थे। चिउटहा पुल के पास जैसे उनकी बाइक पहुंची तभी कुछ लोगों ने अभिषेक पर लाठी से हमला कर दिया। लाठी उनके हेलमेट पर लगी और वह बाइक समेत नीचे गिर गए। बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और उनके पास से मोबाइल फोन, जैकेट, जूता समेत सारा सामान लूट लिया। लूट के बाद अभिषेक ने चिलुआताल पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई। पुलिस को मालूम था लुटेरों के बारे मेंलुटरों के एक्टिव होने से ज्यादा हैरत बात यह है कि पुलिस को उनके बारे में जानकारी थी। अभिषेक ने जब लूट की घटना की जानकारी दी तो थाने में मौजूद सिपाही के मुंह से एक ही शब्द निकला अरे, बदमाशों ने अपना टाइम बदल दिया। मतलब पहले वह रात क्0 बजे के बाद एक्टिव होते थे लेकिन अब वह क्ख् बजे के बाद ही वारदात को अंजाम दे रहे थे। अभिषेक के साथ हुई लूट की शिकायत एसएसपी और एसपी सिटी तक पहुंची जिसके बाद अफसरों ने दबाव बनाया और लूट का खुलासा हो गया।
दिन में मजदूरी और रात में लूट पकड़े गए बदमाश दिन में मजदूरी करते हैं और रात में लूट की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक गैंग के कुछ मेम्बर वर्तमान में संतकबीर नगर में मजदूरी का काम भी कर रहे थे। पुलिस को उनके घर लौटने का इंतजार था। ताकि उनकी गिरफ्तारी हो सके। गैंग के दोनों मेम्बर के पकड़े जाने पर उन्होंने लूटे गए माल भी बरामद करा दिया। चिउटहा पुल पर लगातार लूट की शिकायत मिल रही थी। इसके लिए चिलुआताल पुलिस को निर्देश दिया गया था। पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को माल समेत गिरफ्तार किया हैं। गैंग मेन रोड पर पलतू जानवरों को खड़ा करके टारगेट का रास्ता बाधित करते थे और फिर लूट की वारदात को अंजाम देते थे। अतुल सोनकर, सीओ गोरखनाथ ये सामान हुआ बरामद - 0फ् सैमसंग मोबाइल फोन - 0ख् नोकिया मोबाइल फोन - 0क् लावा मोबाइल फोन - 0क् कार्बन मोबाइल फोन - 0ब् सिम कार्ड विभिन्न कंपनी के - 0क् जैकेट (लूटी गई)- 0क् जोड़ी जूता (लूटा गया)