संत कबीर के 630वें प्राकट्य महोसत्व के मौके पर मगहर को सौगात मिली. पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया. इस मौके पर पीएम ने कबीर समाधि पर पहुंचकर जहां फूल चढ़ाए तो वहीं मजार पर पहुंचकर चादर पोशी की. इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद थे. इसके बाद पीएम सभा स्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने संत कबीर और उनकी एकेडमी के बारे में डीटेल्ड में जानकारी दी तो वहीं सरकार की उपलब्ध्यिां भी गिनाईं. साथ ही उन्होंने इस शिलान्यास के बहाने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने जहां इमरजेंसी और तीन तलाक के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा तो वहीं घर खाली न करने के बहाने बनाने पर समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लिया.

तीर्थ गए एक फल, संत मिले फल चार
gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR : मगहर की पावन धरती पर आने का सौभाग्य मिला। मन को विशेष अनुभूति मिली। सबकी ऐसी तमन्ना होती है कि ऐसी पावन धरती पर आया जाए। मेरी ये कामना पूरी हो गयी। समाधि पर पूजा करने और फूल चढ़ाने का मौका मिला। साथ ही वहां जाने का मौका भी मिला जहां वो साधना करते थे। आज से भगवान भिलेनाथ की यात्रा शुरू हो रही है, आज ही से संत कबीर की पुण्य तिथि पर कबीर महोत्सव की भी शुरुआत हो रही है। "तीर्थ गए एक फल, संत मिले फल चार, यानी कि तीर्थ जाने पर अगर एक फल मिलता है तो संत की संगत में रहकर चारगुना फायदा मिलेगा। मगहर की धरती पर कबीर महोत्सव ऐसा ही पुण्य देने वाला है। कुछ देर पहले संत कबीर अकादमी का शिलान्यास किया है, कबीर की याद संजोने वाली संस्थाओं का शिलान्यास किया है। ये यूपी की आंतरिक भाषा और लोक संरक्षण के लिए काम करेगी। कबीर की साधना मानने से नहीं, जानने से मिलती है। कबीर मस्त मौला स्वभाव के फक्कड़ थे। वो दिल के बहुत साफ थे। भीतर से कोमल और बाहर से कठोर थे। वो जन्म से नहीं कर्म से वन्दनीय थे। वो माथे का चंदन बन गए। व्यक्ति से अभिव्यक्ति हो गए। उन्होंने समाज को नई दृष्टि देने का काम किया। समाज को चेतना देने के लिए वो काशी से मगहर आये। उन्होंने कहा कि अगर काशी में राम बस्ते हैं तो मगहर में भी ईश्वर का वास होगा।


कबीर का दोहा समझने के लिए शब्दकोष की जरूरत नहीं

कबीरा खड़ा बाजार में मांगे सबकी खैर उनके दोहों को समझने के लिए शब्दकोश की ज़रूरत नही है। सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए समय समय पर सन्तों ने मार्गदर्शन किया है। इस मौके पर पीएम ने बुद्ध, सूरदास, नानक, महावीर में साथ ही पूर्वी, पच्छिमी, उत्तरी और दक्षिणी भारत के सभी संतों  के नाम लेकर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि संत रामानंद ने कबीर को सही राह दिखाई। उसके बाद से कबीर लोगो का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी और बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर को भी सही रास्ता बताने वाला संत बताया।
उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग ऐसे माह पुरुषों का नाम लेकर राजनीति करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। महापुरुषों के नाम पर राजनीति करने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ पार्टियों को लगता है कि वो जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे, उनको उसका फायदा मिलेगा। ऐसे लोगो को शायद मालूम नही है कि पंडित हआ न कोय। ढाई आखर प्रेम का, पढ़े वो पंडित होय।
उन्होंने समाजवादी पार्टी के जि़म्मेदारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगो का मन सिर आलीशान बंगले में लग रहा है। ऐसे लोगो से सरकार ने गरीबों की लिस्ट मांगी, सरकार ने बार बार चि_ी लिखी, के बार टेलीफोन पर भी बात की गई, लेकिन जिनको अपने बंगले की पड़ी हो और उसमें रुचि हो, तो वो भला गरीबों के लिए कहाँ सोचेंगे। उन्होंने कहा कि जबसे योगी जी की सरकार आयी है, तबसे रिकॉर्ड घरों का निर्माण किया गया है। गरीबों से झूठा वादा करने वाले समाजवाद और बहुजनबाद का झंडा बुलंद करने वालो ने हक़ीक़त में उनके लिए कभी कुछ सोचा ही नही। ये देश और समाज नही बल्कि सिर्फ परिवार के लिए चिंतित हैं। पीएम ने कहा कि अपने भाइयों और रिश्तेदारों को करोड़ो का मालिक बनवाने वालो से सतर्क रहने की ज़रूरत है। पीएम ने कहा कि तीन तलाक पर इनका रवैया देखा। ये सत्ता पाने के लिए वोट बैंक की पॉलिटिक्स करने वाले लोग संसद में इसका विरोध कर रहे थे।

गिनाई चार साल की उपलब्धियां

चार साल की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम ने कहा कि इन चार सालों में सरकार ने गरीब, दलित, पीडि़त, शोषित, वंचित के साथ महिलाओं को सशक्त बनाया है। इन चार सालों में 5 करोड़ लोगों के जनधन योजना के तहत बैंक खाते खोले गए हैं। 80 लाख घरो में उज्ज्वला योजन के तहत गैस चूल्हा पहुंच है, एक करोड़ 70 लाख लोगों को 70 पैसे और एक रुपये में बीमा किया गया है, महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से 1.25 घरों में शौचालय का निर्माण कराया गया है। किसानों को डायरेक्ट कहते में सब्सिडी और दूसरी रकम भेजी जा रही है। आयुष्मान भारत योजना सस्ती दवाओं और स्वास्थ्य सेवाओं को लोगो तक पहुंचाने में मददगार होगी।
काल करे सो आज करेउन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चार साल पहले देश के कुछ हिस्सों में विकास की रोशनी पहुंची थी। लेकिन जिस तरह संत कबीर ने मगहर को अभिशाप से मुक्त किया, हमारी सरकार का प्रयास है कि भारत भूमि को अभिशाप से मुक्त कराकर सबका साथ और सबका विकास करें। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने जो सपना देखा था कि मगहर को इंटरनेशनल टूरिज्म के नक्शे तक पहुंचाया जाय, हमारी सरकार इस ओर तेज़ी से काम कर रही है। इसके साथ ही स्वदेश दर्शन के तहत रामायण, बौद्ध और दूसरे सर्किट डेवेलप करने की तैयारी की जा रही है। आखरी में उन्होंने सभी को योजनाओ के लिए बधाई दी।

Posted By: Inextlive