- सितंबर के अंत तक पूरा करना था पौधरोपण

- बरसात न होने से वन विभाग को लगा झटका

GORAKHPUR: जिले के कम बारिश ने हरियाली का रास्ता रोक दिया है। बारिश न होने से जिले को हराभरा अभियान रुक गया है। बारिश के इंतजार में वन विभाग पौधरोपण नहीं करा पा रहा है। सितंबर मंथ के अंत तक जिले में पौधरोपण का टारगेट पूरा करने की जिम्मेदारी वनकर्मचारियों को सौंपी गई थी। कर्मचारी बादलों की ओर ताक कर बरसने की बाट जोह रहे हैं।

सिर्फ एक लाख 47 हजार पौधे लगा सका विभाग

पौधरोपण के लिए बरसात के मौसम का इंतजार किया जाता है। जुलाई और अगस्त में होने वाली अच्छी बारिश के बीच पौधे रोपने पर ज्यादातर पौधे विकसित हो जाते है। इसलिए वन विभाग एक जुलाई से हरियाली बढ़ाने के अभियान में जुट जाता है। एक जुलाई से लेकर सात जुलाई तक विभाग ने वन महोत्सव मनाया। इसके बाद रेग्युलर पौध रोपण का अभियान शुरू हुआ। लेकिन बारिश की रफ्तार ने पौधरोपण पर ब्रेक लगा दिया। सीजन में मंडल के भीतर कुल 12 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय था। छह लाख पौधे अधिक पौधे जिले में लगाए जाने थे। इसकी अपेक्षा में एक लाख 47 हजार पौधे ही लगाए जा सके हैं।

कैंपियरगंज से पिछड़ गया शहरी क्षेत्र

वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में सर्वाधिक पौधे कैंपियरगंज रेंज में लगाए गए हैं। इस रेंज में विभिन्न जगहों पर कुल 55 हजार पौधे लगाए गए। शहर एरिया में सिर्फ 19800 पौधे ही लगाए जा सके। इसमें सदर और खोराबार का क्षेत्र शामिल है। कौड़ीराम, पिपरौली, गगहा और गोला में पौधरोपण कराया गया। वन विभाग का कहना है कि मनरेगा, वन निगम और वन विभाग की ओर से पौधे लगाए गए हैं। पौधरोपण वाली जगहों की फोटोग्राफी कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। पौधे लगाने के पहले भी जगह की फोटो खींची गई थी। वन विभाग के लोगों का कहना है कि 1333900 पौधे विभाग के पास हैं।

बारिश कम होने से पौधेरोपण का लक्ष्य नहीं पूरा हो पा रहा है। वन विभाग ने पौधरोपण की पूरी तैयारी की थी। बारिश का इंतजार किया जा रहा है। पानी बरसने पर बचे पौधे लगा दिए जाएंगे।

डॉ। जनार्दन, डीएफओ

Posted By: Inextlive