दो सहेलियों की हत्या बनी पहेली
- पिपराइच में दो सहेलियों की हत्या का मामला
- परिजन हत्या से कर रहे इंकार GORAKHPUR : पिपराइच में रेलवे स्टेशन के गोदाम के पास अचेत हालत में मिली दो सहेलियों की डेड बॉडी जीआरपी के लिए एक पहेली बन गई है। दो दिन बाद भी जीआरपी के पास कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। जीआरपी का मानना है कि ट्रेन की चपेट में आने से घटना हुई होगी, लेकिन एक ही स्थान पर अचेत हाल में दो सहेलियों का मिलने पर उठे सवालों का जवाब उनके पास नहीं है। जीआरपी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। ऐसे हुई थी घटना28 सितंबर की रात पिपराइच एरिया में रेलवे ट्रैक के किनारे दो सहेलियां अचेत हाल में मिली। उनकी पहचान जदवापुर के राधेश्याम सिंह की बेटी सुप्रिया और उसकी सहेली चंदा के रूप में हुई। जीआरपी और पुलिस के बीच सीमा विवाद की जदोजहद के बीच दोनों को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पेशेवर थे हमलावरलड़कियां जिस स्थान पर बेसुध पाई गई, वहां शाम होने के बाद लोगों की आवाजाही कम हो जाती है। ऐसे में देर शाम उधर लड़कियां किसी परिचित से ही मिलने गई होंगी। हमलावर पेशेवर थे क्योंकि उन्होंने सिर के उस हिस्से पर वार किया, जहां चोट लगने पर बचना नामुमकिन हो। एरिया के लोगों की मानें तो राधेश्याम की दो बेटियों ने एक ही परिवार में प्रेम विवाह किया था। मृत तीसरी बेटी की किसी स्थानीय युवक से बातचीत थी। वह उससे शादी करना चाहती थी। हालांकि परिजन इसके लिए राजी नहीं थे। लोग संभावना जता रहे हैं कि दूसरी लड़की पर हमला सिर्फ इस डर से किया गया कि कहीं भेद ना खुल जाए।
सक्रिय है सप्लायर गैंग सूत्रों की मानें तो एरिया में लड़कियों का सप्लायर गैंग भी सक्रिय है। हालांकि कुछ वर्षो के भीतर पिपराइच एरिया के केन यूनियन के आसपास के इलाके में कुछ अराजक तत्व तेजी से प्रकाश में आए हैं। इसमें कई बार लड़कियों की सप्लाई की बात भी सामने आई है।