रेडियोथेरेपी विभाग में होगी पीजी की पढ़ाई
- रेडियोथेरेपी विभाग के खाली पद जल्द ही भरे जाएंगे
- प्रोफेसर व लेक्चरर की होगी तैनाती GORAKHPUR: कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है। बीआरडी मेडिकल कालेज के रेडियोथेरेपी विभाग में जल्द ही पीजी की पढ़ाई होगी। इसके लिए एक प्रोफेसर और एक लेक्चरर का पद भी स्वीकृत किया जाएगा। इससे मरीजों के लिए इलाज के संसाधन भी बढ़ेंगे, वहीं लोकल लेवल पर ही रिसर्च हो सकेगी। विस्तार का काम शुरूकोबाल्ट मशीन लगने के साथ ही विभाग विस्तार की योजना पर भी काम करने लगा है। विभागाध्यक्ष डॉ। एमक्यू बेग ने सोमवार को ही महानिदेशक चिकित्सा-शिक्षा (डीजीएमई) डॉ। वीएन त्रिपाठी के सामने विभाग में परास्नातक की पढ़ाई शुरू करने की बात रखी। उन्होंने बताया कि विभाग में मरीजों के लिए एक अलग वार्ड के निर्माण का प्रस्ताव तैयारी कराया जा रहा है। कोबाल्ट मशीन शुरू हो जाने के बाद पीजी की पढ़ाई के लिए दो शिक्षकों की ही जरूरत होगी। खबर है कि डीजीएमई ने एक प्रोफेसर और एक लेक्चरर पद के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जल्द ही इन पदों पर तैनाती हो जाएगी। माना जा रहा है कि अगले सत्र से रेडियोथेरेपी में पीजी की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
बढ़ेगी डॉक्टरों की संख्याइससे सबसे ज्यादा फायदा कैंसर पीडि़त मरीजों का होगा। विभाग में दो डॉक्टरों के पद तो सृजित होंगे ही पीजी की पढ़ाई करने वाले छात्र भी मरीजों की इलाज में मदद करेंगे। पीजी छात्र कालेज में कैंसर पर शोध की शुरूआत भी करेंगे। कैंसर रोग विभागाध्यक्ष व एसआईसी डॉ। एमक्यू वेग ने बताया कि कोबाल्ट मशीन के लग जाने के बाद पीजी की सीटों के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके लिए एमसीआई मान्यता देगी। विभाग में संसाधन और मरीजों की संख्या के आधार पर पीजी की मान्यता मिलती है। हालांकि संसाधन न होने की वजह से सौ सीटों से संबंद्ध नहीं था। मशीन लग जाने के बाद सीटों के लिए कवायद शुरू की जाएगी।