लोगों ने जानी स्पेस ऑब्जर्वेशन से जुड़ी बारीकियां
गोरखपुर (ब्यूरो)। बेबीनार को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ। प्रकाश चौहान ने अंतरिक्ष से होने वाले सभी प्रकार के पर्यवेक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने अंतरिक्ष से सम्पूर्ण ब्रह्मांड तथा धरती का अध्ययन कैसे किया जाता है इसके बारे में भी बताया। उन्होंने दीर्घकालिक अवलोकनों का उपयोग करके ग्लेशियर, पहाड़ों के बीच बन रहे कृत्रिम झीलों तथा उनसे भविष्य में उत्पन्न होने वाले आपदाओं की उत्पत्ति के बारे में स्पेस ऑब्जर्वेशन के जरिए बताया।
योगदान की सराहना
उत्तर-पश्चिमी भारत में पराली के जलाने तथा जंगल में लगने वाली आग के द्वारा उत्पन्न धुआं तथा एयरोसोल कैसे दूर तक परिवाहित होते हैं और वहां के पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं इसकी जानकारी उन्होंने उपग्रह मानचित्रों से दर्शाया। डॉ। चौहान ने भौतिक विभाग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्र्सिटी की ओर से की जा रही एयरोसोल मॉनीटरिंग और मंगलयान से मंगल ग्रह के स्टडी में योगदान की सराहना किया। बताया की चंद्रयान द्वारा चंद्रमा पर 3 माइक्रॉॅन तरंग-दैर्ध्य से पानी का पता कैसे लगाया गया। भारत सरकार के इसरो की ओर से समय समय पर प्रक्षेपित कृत्रिम उपग्रहों तथा उनके उपयोगों के बारे में भी विस्तार से बताया।
ऑनलाइन जुड़े रहे लोग
प्रोग्राम की अध्यक्षता अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो। शांतनु रस्तोगी ने किया व संचालन सहायक आचार्य भौतिकी डॉ। अपरा त्रिपाठी और धन्यवाद ज्ञापन प्रो। लल्लन यादव ने किया। प्रोग्राम फिजिक्स डिपार्टमेंट के रुम नंबर 113 में हाइब्रिड मोड में ऑर्गनाइज किया गया। इस दौरान ऑनलाइन श्रोताओं के अतिरिक्त भौतिक रूप से यूनिवर्र्सिटी के अन्य संकायों के अधिष्ठता प्रो। नंदिता सिंह, प्रो। अवधेश तिवारी, विभिन्न डिपाटमेंट के अध्यक्ष, शिक्षकगण, शोधार्थी एवं यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स शामिल रहे।
समीक्षा में सभी प्रस्तुत की रूपरेखा
गोरखपुर यूनिवर्सिटी के 15 दिसंबर को प्रस्तावित कन्वोकेशन को लेकर बुधवार को एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के कमेटी हॉल में समीक्षा मीटिंग ऑर्गनाइज की गई। मीटिंग की अध्यक्षता वीसी प्रो। राजेश सिंह ने किया। वीसी ने कन्वोकेशन के लिए गठित किए गए समितियों के सभी समन्वयकों से कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान सभी समन्वयक की ओर से कन्वोकेशन के अंतर्गत ऑर्गनाइज होने वाले व्याख्यान, कल्चरल प्रोग्राम, मूट कोर्ट समेत विभिन्न प्रोग्राम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
कन्वोकेशन वीक के अंतर्गत 11 दिसंबर को काव्य संध्या प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया जाएगा। इसके लिए समिति ने बुधवार को कला संकाय भवन में स्टूडेंट रचनाकारों का चयन किया। कुल 42 स्टूडेंट ने कविता, गीत और गजल जैसी काव्य-विधाओं में अपनी रचनाएं प्रस्तुत किया। समिति की ओर से इन रचनाकारों में से 12 स्टूडेंट को चयन किया गया।
अंशुमान शुक्ल : बीए, तृतीय वर्षराजीव प्रताप सिंह : बीए ,तृतीय
आदर्श चंद : एमए, दर्शन
रोहन कुमार मिश्र : एमए , हिंदी
सव्यसांची राम त्रिपाठी : बीएड
यशवंतसिंह यादव : बीए एलएलबी
अमरेश्वर पांडेय : बीए, तृतीय
अमरेन्द्र विश्वकर्मा : बीए, द्वितीय
ज्ञानेश कु। नापित : एमए , भूगोल
क्षितिज मिश्र : एलएलबी,द्वितीय
शमसुद्दीन अंसारी : बीए , प्रथम
आकांक्षा त्रिपाठी : बीए , प्रथम