कुआनो नदी पर पुल के लिए भूखे पेट भरी हुंकार
- जल सत्याग्रह के दूसरे दिन आमरण अनशन पर गए आंदोलनकारी
- बनकटा घाट पर पक्के पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं ग्रामीण URUVA BAZAR: कुआनो नदी के बनकटा घाट पर पक्के पुल निर्माण की मांग को ले आंदोलनरत ग्रामीणों ने मंगलवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया। सोमवार को आंदोलनकारियों ने जल सत्याग्रह किया था और दिनभर नदी जल में खड़े रहे थे। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक पुल निर्माण के लिए पहल शुरू नहीं की जाती, तब तक अनशन जारी रहेगा। पुल सबकी जरूरतसंतकबीर नगर-गोरखपुर की सरहद से बहने वाली कुआनो नदी के बनकटा घाट पर पक्का पुल दर्जनों गांवों के लोगों की जरूरत है। कुआनो के तटवर्ती दुघरा, बनकटा शाह पट्टी, जिगनी, उपरोली, बरोही, कटहरिया, बेलम, ढखवा, शिवपुर, बन्तवार, चोरमरा, सोणा, पिपरी, अवररूप, कनहोली, सेमरी, जयपालपार कुआ, कोडरी आदि गांवों के लोगों को पुल नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है। लगातार मांग के बाद भी जब अधिकारियों ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने आंदोलन का रास्ता इख्तियार किया है। सोमवार को आंदोलनकारियों ने जल सत्याग्रह शुरू किया था। मंगलवार को ग्रामीणों ने अनशन शुरू कर दिया। भूखे पेट नारेबाजी की। नारे लगाए कि आधी रोटी खाएंगे, बनकटा पुल बनवाएंगे। आधी रोटी खाना है, बनकटा पुल बनवाना है।
बढ़ रहा आंदोलन
आंदोलन की अगुआई कर रहे बनकटा घाट पक्का पुल संघर्ष समिति के अध्यक्ष विंध्याचल आजाद ने कहा कि पुल निर्माण तक आंदोलन जारी रहेगा। ढखवा ग्राम के पूर्व प्रधान जवाहर जायसवाल ने कहा कि लोग जान हथेली पर रखकर नदी पार करते हैं। आवागमन की कोई सुविधा नहीं है। अनशनकारियों के समर्थन में घाट पर डॉ। नवीन सिंह, अखिलेश सिंह, प्रधान रणविजय सिंह, विनय पाण्डेय, राधे मोहन पाण्डेय, गौरी शंकर सिंह, सूर्य नरायन दुबे, राजदेव निषाद, जगन्नाथ यादव, शत्रुघ्न दुबे, धर्मेन्द्र निषाद, सुनील यादव समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।