- पहले नहीं दिया स्ट्रेचर, मौत के बाद कर दी परिजनों की धुनाई

- जिला अस्पताल के इमरजेंसी के पास हुआ बवाल

GORAKHPUR: जिला अस्पताल में शनिवार की रात स्ट्रेचर पर मरीज को ले जाने की गुहार लगा रहा था। इसी बीच मरीज की मौत हो गई। मौत के बाद फैमिली मेंबर्स ने आपत्ति जताई तो एम्बुलेंस ड्राइवर उनसे उलझ गया। इसके बाद उसने अपने अन्य साथियों के मिलकर परिजनों की पिटाई कर दी और मोबाइल भी तोड़ दिया।

एम्बुलेंस की लापरवाही से गई जान

बेलीपार एरिया के बिस्टौली खुर्द निवासी 25 वर्षीय नितेश यादव अपने दो दोस्तों के साथ घर आ रहा था। शनिवार की रात करीब 8.30 बजे कसिहार के पास एक्सीडेंट हो गया। हादसे में दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नितेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस घायल नितेश को इलाज के लिए एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन इमरजेंसी के बार स्ट्रेचर नहीं मिलने की वजह से परिवार के लोग परेशान हो गए।

नहीं दिया स्ट्रेचर

परिजनों का आरोप था कि 108 नंबर एम्बुलेंस ड्राइवर से स्ट्रेचर लाने को कहा लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर ने स्ट्रेचर नहीं दिया। समय से अंदर न पहुंचने से करीब 9 बजे एम्बुलेंस में ही नितेश की मौत हो गई। इसके बाद चचेरा भाई सिकंदर यादव परेशान हो गया और एबुलेंस ड्राइवर पर गुस्सा हुआ। जब परिजनों ने विरोध किया तो एम्बुलेंस चालक ने अन्य साथियों को बुला लिया। इसके बाद सिकंदर का मोबाइल तोड़ दिया और उसकी पिटाई कर दी। उधर फैमिली मेंबर्स का कहना है कि ड्राइवर अगर एम्बुलेंस में रखे स्ट्रेचर से मरीज को इमरजेंसी तक ले जाते तो उसकी जान बच सकती थी। इस संबंध में उसने एक अफसर से शिकायत की है।

Posted By: Inextlive