मरीज का दम टूटा तो परिजनों का फूटा गुस्सा
- मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड का मामला
- फैमिली मेंबर्स ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप - खबर मिली तो पहुंची पुलिस मामले को कराया शांत GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से जंग का अखाड़ा बन गया है। यहां आए दिन मारपीट व हंगामे का मामला सामने आ रही है, लेकिन जिम्मेदार इस पर अंकुश लगा पाने में नाकाम है। मंगलवार की सुबह मेडिसिन वार्ड में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। फैमिली मेंबर्स ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते जमकर बवाल काटा। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने नजाकत को देखते हुए परिजनों को डेड बॉडी सुपुर्द करते हुए मामले को शांत कराया। सोमवार को कराया एडमिटसिद्धार्थनगर जिले के पुरानी नौगढ़ की रहने वाली 80 वर्षीय बास मति देवी को सेफ्टी सिमिया की प्राब्लम थी। सोमवार की शाम उन्हें मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड नंबर 14 में एडमिट किया। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे कि इस बीच मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे उनकी हालत खराब हो गई। परिजन डॉक्टर के पास पहुंचे, लेकिन चंद मिनटों में उसने दम तोड़ दिया।
डॉक्टर को केबिन में किया बंदमौत के बाद फैमिली मेंबर्स ने अपना आपा खो दिया। उन्होंने डॉक्टर को केबिन में बंद कर बवाल काटना शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देखकर किसी ने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने केबिन खुलवाया। इसके बाद डेड बॉडी का परिजनों के हवाले किया।
पहले भी हो चुका है बवाल - अप्रैल में ट्रॉमा सेंटर में मौत के बाद विवाद - पिछले मंथ इमरजेंसी वार्ड में महिला की मौत पर बवाल - मेडिसिन वार्ड में युवक की मौत पर ट्राली न मिलने पर विवाद - ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन लगाने व वार्ड में शिफ्टिंग को लेकर हेल्थ एंप्लाइज व परिजनों में कहासुनी पीडि़त परिवार की ओर से किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायतकर्ता लिखित शिकायत देता है तो मामले की जांच कराई जाएगी। डॉ। एके श्रीवास्तव, कार्यवाहक एसआईसी