- गोरखपुर डिपो स्थित पिकेट पर तैनात सिपाही पर संविदा परिचालक की पिटाई का आरोप

- गुस्साए रोडवेज कर्मचारियों ने लगाया जाम, डेढ़ घंटे तक लगा रहा जाम

GORAKHPUR : रेलवे बस स्टेशन के सामने स्थित पुलिस बूथ पर तैनात एक सिपाही ने संविदा परिचालक की पिटाई कर दी। आरोप है कि पिटाई से उसका बायां हाथ टूट गया और गंभीर चोटें आई हैं। गुस्साए रोडवेजकर्मियों ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए रेलवे स्टेशन रोड को पूरी तरह जाम कर दिया। रोड पर आड़ी-तिरछी बसें खड़ी कर आवागमन बंद कर दिया गया। डेढ़ घंटे तक लगे रहे जाम से पब्लिक को काफी समस्या हुई। वहीं रेलवे स्टेशन जाने वाले पैसेंजर्स को भी पैदल ही सफर तय करना पड़ा। जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद रोडवेजकर्मियों ने जाम हटाया।

कहासुनी के बाद कर दी पिटाई

फ्राइडे दोपहर करीब 3.30 बजे देवरिया डिपो की अनुबंधित बस संख्या यूपी 52 टी 1356 डिपो से बाहर निकल ही रही थी कि पिकेट पर तैनात सिपाही उमेश राजभर बस के पीछे डंडा मारने लगा। जिसका संविदा परिचालक चंद्रप्रकाश मणि त्रिपाठी ने विरोध किया। इसपर सिपाही और संविदा परिचालक के बीच कहासुनी और गाली गलौज हुई। बात बढ़ने पर तमतमाए सिपाही ने बस के भीतर ही संविदा परिचालक की जमकर धुनाई कर दी। जिसमें कंडक्टर का बायां हाथ टूट गया और छाती में गंभीर रूप से चोट आई है।

जाम के झाम से परेशान हुई पब्लिक

साथी कंडक्टर की पिटाई की जानकारी पाकर रोडवेज कर्मी आक्रोशित हो गए और रेलवे स्टेशन रोड को पूरी तरह से जाम कर दिया। जाम करने वाले कर्मियों की मांग थी कि जब तक सिपाही के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वह नहीं मानेंगे। मौके पर पहुंचे सीओ कैंट अतुल सोनकर के आश्वासन के बाद जाम खुला। करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगने के चलते यात्रियों को काफी दिक्कत हुई। रेलवे स्टेशन रोड से लेकर यूनिवर्सिटी चौराहे तक गाडि़यों की लंबी कतार लग गई। दूसरे शहर से आए पैसेंजर्स को भी घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ा।

डग्गेमार बसें अक्सर लगाती हैं जाम

अनुबंधित बस एसोसिएशन के क्षेत्रीय अध्यक्ष विनोद पांडेय ने बताया कि गोरखपुर डिपो के सामने डग्गेमार बसें खड़ी रहती हैं। जिसके चलते अक्सर जाम की स्थिति रहती है। इससे जहां आम जनमानस को जाम का सामना करना पड़ता है, वहीं रोडवेज बसें भी जाम से प्रभावित होती हैं। बताते हैं कि सिपाही ने संविदा परिचालक की पिटाई इसलिए की क्योंकि हीरापुरी कॉलोनी के आगे डग्गेमार बसें खड़ी थीं जिस वजह से जाम लगा था। सिपाही ने जाम खुलवाने के बजाय अनुबंधित बस पर ही डंडे मारे जा रहा था। इस हफ्ते में तीन बार डग्गेमार बस वालों और रोडवेजकर्मियों के बीच झड़प हो चुकी है, कभी पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मी हस्तक्षेप नहीं करते। रोडवेजकर्मियों का आरोप है कि पुलिस की शह पर ही डग्गेमार बसें डिपो के सामने खड़ी होती हैं जिससे जाम लगता है।

सिपाही ने देवरिया डिपो के संविदा परिचालक की इस कदर पिटाई की उसका बायां हाथ टूट गया। उसे मेडिकल उपचार के लिए भेजा गया है। इस मामले में पुलिस को शिकायत की गई है।

महेश चंद्र श्रीवास्तव, एआरएम गोरखपुर डिपो

पीडि़त परिचालक का मेडिकल कराया जा रहा है। मामले की इंक्वायरी की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

अतुल सोनकर, सीओ, कैंट

Posted By: Inextlive