- कोहरे व ठंड से समय से 2 से 16 घंटे तक लेट चल रहीं ट्रेंस

- वहीं बस में सफर को सुरक्षित नहीं मान रहे पैसेंजर्स, रोडवेज की इनकम को लगी ठंड

GORAKHPUR: ठंड में सफर लोगों के लिए मुश्किलों भरी है। कोहरे से लगातार लेट चल रही ट्रेंस के चलते लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं मिल पा रही तो बसों की कंडीशन सही नहीं होने से इसमें यात्रा को पैसेंजर्स सुरक्षित नहीं मान रहे। वे बस में यात्रा करने से बच रहे हैं। इस कारण रोडवेज की इनकम भी प्रभावित हुई है। वहीं मौसम की वजह से दिल्ली व कोलकाता की फ्लाइट्स पहले से ही कैंसिल चल रही हैं। इससे पैसेंजर्स की मुसीबत बढ़ती जा रही है।

16 घंटे लेट ट्रेंस

एक ओर कोहरे की वजह से रेलवे प्रशासन ने जहां दर्जनों ट्रेनें पहले से ही कैंसिल कर रखी हैं, वहीं अभी भी यहां आने वाली लगभग सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 2 घंटे से लेकर 16 घंटे तक लेट चल रही हैं। इतना ही नहीं इस कड़कड़ाती ठंड में ट्रेन के लिए पैसेंजर्स को पूरी रात इस सर्दी में प्लेटफॉर्म पर ही गुजारना पड़ रहा है। गौरतलब है कि कोहरे की वजह से ट्रेनों के लेट होने का सिलसिला काफी पहले से चला आ रहा है। लेकिन इससे निपटने के लिए रेलवे की ओर से अभी तक कोई ठोस उपाय नहीं निकाला जा सका है। हालांकि इसके लिए रेलवे की ओर से प्रयास तो लगातार किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई भी ठोस उपाय रेलवे के पास नहीं आ सका है। ऐसे में रेलवे को पूरा किराया देने के बाद भी पैसेंजर्स अपने समय से अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

बदतर हैं बसें

वहीं दूसरी ओर ठंड व कोहरे की वजह से पैसेंजर्स बसों में सफर करना असुरक्षित महसूस करते हैं। इसकी दो प्रमुख वजहें है। एक तो बद से बदत्तर हो चुकी रोडवेज बसों की हालत और दूसरा कोहरे में हादसे होने का खतरा। गौरतलब है कि बसों की टूटी खिड़कियों के शीशे व छत की वजह से ठंड में सफर करना आसान नहीं है। वहीं बसों में न तो फॉग लाइट की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही कोहरे से निपटने का कोई ठोस साधन। ऐसे में फिलहाल पैसेंजर्स बसों का सफर बेहद मजबूरी में ही कर रहे हैं।

बॉक्स

रोडवेज की अर्निग को लगी ठंड

रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक इस वजह से रोडवेज के पास पैसेंजर्स का अकाल पड़ता जा रहा है। ज्यादातर एसी व जनरथ बसें खाली ही जा रही हैं। इससे बीते करीब एक महीने में रोडवेज की आय में करीब 20 फीसदी तक कमी आई है। देर रात चलने वाली एसी वोल्वो बसों में पैसेंजर ही नहीं मिल रहे हैं। दिल्ली और लखनऊ की दर्जन भर एसी बसों का संचलन बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं राप्तीनगर और गोरखपुर डिपो की बसों से रोज 30 लाख रुपये तक कमाई होती है। ठंड में यह घटकर 24 से 25 लाख रुपये पहुंच गई है।

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वर्जन

ठंड और कोहरे का असर पड़ा है। पैसेंजर्स की संख्या में कमी आई है। इससे आय भी प्रभावित हुई है। मौसम खराब होने से ड्राइवरों को अधिक सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।

- आरके मंडल, एआरएम रोडवेज

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यह ट्रेंस रहीं लेट

11124 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस - 16 घंटे

12554 वैशाली एक्सप्रेस - 2.10 घंटे

15708 आम्रपाली एक्सप्रेस - 3.50 घंटे

12556 गोरखधाम एक्सप्रेस - 3.10 घंटे

12565 बिहार संपर्कक्रांति एक्स। - 2 घंटे

12566 बिहार संपर्कक्त्रांति एक्स। - 5.45 घंटे

12542 गोरखपुर-एलटीटी एक्स। - 2 घंटे

15003 चौरीचौरा एक्सप्रेस - 6 घंटे

11016 कुशीनगर एक्सप्रेस - 2.20 घंटे

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Posted By: Inextlive