पैसेंजर्स भिड़े, आरपीएफ बनी मूकदर्शक
- गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ने को लेकर दो यात्रियों के बीच हुई थी मारपीट
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: चाहे यात्रियों को सीट मिले या न मिले। वे आपस में लड़ाई करें या मारपीट। इससे आरपीएफ को क्या फर्क पड़ता है। कुछ ऐसा ही नजारा ट्यूज्डे की शाम प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में देखने को मिला। ट्रेन के जनरल कोच में बैठने के लिए दोपहर से लाइन में लगे यात्रियों के बीच जमकर मारपीट हुई लेकिन वहां मौजूद आरपीएफ मूक दर्शक बनी रही। जबकि यात्रियों को क्रमबद्ध तरीके से बैठाने का जिम्मा आरपीएफ का है। लेकिन वे पोस्ट पर बातचीत में मशगूल रहे। सीट कब्जाने को लेकर हुई थी मारपीटदरअसल, जनरल कोच में हिसार जाने वाले पैसेंजर सुनील और रामदेव के बीच सीट कब्जा करने को लेकर मारपीट होने लगी। हालांकि सीट न तो सुनील को मिली और न ही रामदेव को। टीटीई को अपना काम छोड़कर दोनों का झगड़ा छुड़ाना पड़ा। लेकिन ट्रेन के इंजन से लगाए स्लीपर के अंतिम छोर तक आरपीएफ नजर नहीं आई। जो जवान दिखे भी तो वह पोस्ट पर आपस में बातचीत में मशगूल नजर आए।
जल्द दूर की जाएगी समस्याइस बाबत पोस्ट पर तैनात एसआई भूवनेश्वरी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि पोस्ट पर फोर्स की भारी मात्रा में कमी है। वहीं आरपीएफ प्रभारी नरेंद्र कुमार क्राइम मीटिंग में लखनऊ गए थे। असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर अनिरुद्ध चौधरी ने बताया कि इस मामले में जो भी दिक्कतें आ रही हैं उसे दूर किया जाएगा।