वेस्ट पेपर के यूज से ही बचेगी धरती
-अर्थ डे पर ऑर्गनाइज किया पेपर बचाओ मिशन
-वेस्ट पेपर से अट्रैक्टिव पेपर बैग बना दिखाया हुनर -सिटी के 6 रिनाउंड स्कूल में हुआ दो कैटेगरी में कॉम्पटीशन -प्रोग्राम में टाइटल स्पांसर स्टार पीएमटी ट्यूटोरियल और को-स्पांसर रहे एनएस चिल्ड्रेन एकेडमीGORAKHPUR : अब तक न्यूज पेपर चाय की चुस्की के साथ पढ़ते और मार्निग वाक के समय हाथ में लिए अक्सर देखा होगा। इसके बाद न्यूज पेपर का यूज खत्म हो जाता है। कुछ ऐसा ही सोच रहे होंगे। मगर इसका पेपर बैग्स भी बन सकता है, जिसका यूज न सिर्फ रूटीन लाइफ में होगा बल्कि ग्लोबल वार्मिग से परेशान पूरी अर्थ को इससे राहत मिलेगी। इसी उद्देश्य के साथ वर्ल्ड अर्थ डे पर आई नेक्स्ट ने पॉलीथिन खत्म करने के साथ पेपर बचाओ अभियान के तहत वेस्ट पेपर से पेपर बैग्स बनाओ कांटेस्ट ऑर्गनाइज किया। इस कॉम्पटीशन में सिटी के म् रिनाउंड स्कूल के बच्चों ने पार्टिसिपेट कर अपने अद्भुत हुनर को दिखाया। कॉम्पटीशन को दो कैटेगरी में बांटा गया था। फर्स्ट कैटेगरी में क्लास फ् से भ् के स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया तो सेकेंड कैटेगरी में क्लास म् से 8 के स्टूडेंट्स ने अपना हुनर दिखाया। आई नेक्स्ट के इस प्रोग्राम के टाइटल स्पांसर स्टार पीएमटी ट्यूटोरियल्स और को-स्पांसर एनएस चिल्ड्रेन एकेडमी रहे। सुंदर बैग्स बनाकर अपने हुनर से चौंकाने वाले स्टूडेंट्स को आई नेक्स्ट प्राइज देकर सम्मानित करेगा। सभी स्टूडेंट्स वेस्ट पेपर से बने अपने बैग को सबसे सुंदर दिखाने के लिए अलग-अलग डिजाइन बना कर उसे सजाया। सभी बैग इतने अधिक अट्रैक्टिव दिख रहे थे कि रेडीमेड भी उनके सामने फेल हो जाए।
एनएस चिल्ड्रेन एकेडमी ट्यूजडे मॉर्निग क्0.00 बजे आई नेक्स्ट के वेस्ट पेपर से पेपर बैग्स बनाओ कॉम्पटीशन स्टार्ट हुआ। कॉम्पटीशन को लेकर बच्चे काफी उत्साहित थे। करीब दो घंटे तक चले कॉम्पटीशन में स्टूडेंट्स ने न सिर्फ शानदार पेपर बैग बनाया बल्कि अपने नन्हें-नन्हें हाथों से उस पर कलाकृतियां बनाकर उसे रेडीमेड से भी अधिक अट्रैक्टिव बना दिया। हर स्टूडेंट का बैग एक से बढ़कर एक लग रहा था। कॉम्पटीशन के विनर्स का नाम नेक्स्ट डे एनाउंस कर उन्हें प्राइज और सर्टिफिकेट दिया जाएगा। रिनेसेंस एकेडमीस्कूल में पेपर बैग बनाओ कॉम्पटीशन सुबह क्क्.फ्0 बजे स्टार्ट हुआ। वेस्ट पेपर से बैग बनाने के लिए स्टूडेंट्स में गजब का क्रेज देखने को मिला। छोटी क्लास के नन्हें-नन्हें हाथों ने भी जब पेपर बैग बनाने का जिम्मा उठाया तो सभी हैरान हो गए। मगर उनके जज्बे को देखते हुए स्कूल टीचर नहीं बल्कि प्रिंसिपल ने भी उनका सपोर्ट किया और बैग बनाने में हेल्प की। स्कूल के सभी स्टूडेंट्स ने अपनी क्रिएटिविटी दिखाते हुए मनमोह लेने वाले बैग बनाए।
द पिलर्स पब्लिक स्कूल सुबह क्क्.00 बजे पेपर बैग कॉम्पटीशन स्टार्ट हुआ। कॉम्पटीशन स्टार्ट होते ही सभी स्टूडेंट ने अपने-अपने तरीके से बैग बनाने के साथ उसे सजाना शुरू किया। थोड़ी देर बाद जब सभी के बैग कंपलीट हुए तो वहां का नजारा देख सभी हैरान हो गए। वेस्ट पेपर के यूज से बने अट्रैक्टिव बैग हर दिल को भा रहे थे। डिवाइन पब्लिक स्कूल आई नेक्स्ट का पेपर बैग्स कॉम्पटीशन सुबह 9.फ्0 बजे स्टार्ट हुआ। क्लास फ्, ब्, भ्, म्, 7 और 8 के करीब क्800 से अधिक स्टूडेंट्स ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। वेस्ट पेपर से सभी स्टूडेंट्स ने अट्रैक्टिव पेपर बैग बनाया। जिसे देख यह कहना मुश्किल हो रहा था कि यह हैंडमेड है या फिर रेडीमेड। अलमा मैटर द स्कूलविनर कौन है और रनर कौन? यह तय करना स्कूल के टीचर, प्रिंसिपल क्या ओनर के लिए भी मुश्किल पड़ रहा था? आई नेक्स्ट कॉम्पटीशन में सभी स्टूडेंट्स ने एक से बढ़ कर एक बैग बनाए। फिर चाहे वह क्लास म् का स्टूडेंट हो या क्लास 8 का। पेपर बैग को देख सिर्फ मुंह से शाबाशी और हाथ से तालियां ही बज रही थी। वेस्ट पेपर का इतना अच्छा यूज शायद ही कभी किसी ने देखा होगा।
जेपी एजुकेशन एकेडमी कॉम्पटीशन सुबह 9.फ्0 बजे स्टार्ट हुआ। स्टूडेंट्स ने अलग-अलग तरीके से वेस्ट पेपर का यूज किया और कई तरह के शानदार बैग्स बनाए। इसके बाद उन्हें कलर और डिफरेंट कार्टून के साथ सजा कर अट्रैक्टिव बना दिया। इस कॉम्पटीशन में नन्हें उस्ताद भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने अपनी उम्र से अधिक की क्रिएटिविटी दिखाई। बैग को देख स्कूल के टीचर से लेकर स्टाफ तक सब हैरान थे।