गोरखधाम के पैसेंजर्स को नहीं तरसाएगी भूख
- रेल राज्य मंत्री ने जल्द ही पेंट्रीकार लगाने का दिया आश्वासन
- वहीं जीएम, डीआरएम और स्टेशन मैनेजर को भी मिलेंगे बोर्ड के स्पेशल पावर, जल्द पूरे होंगे अटके काम - दूरंतो, शताब्दी जैसी ट्रेंस ट्रैक डबलिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन के बादद्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : 12555 गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में खाली पेट की वजह से स्टेशन पर ट्रेन रुकने का इंतजार करने वाले पैसेंजर्स के लिए राहत की खबर है। अब उन्हें दौड़ती ट्रेन में भी भूख नहीं सताएगी। गोरखधाम से लंबा सफर करने वाले पैसेंजर्स को अब गोरखधाम में भी गर्मागरम खाना मिलेगा। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने वेंस्डे को गोरखधाम में जल्द ही पेंट्रीकार लगवाने का आश्वासन दिया। वह गोरखपुर जंक्शन पर ऑर्गेनाइज प्रोग्राम में बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि कई ऐसी ट्रेंस हैं, जिनमें अब भी पेंट्रीकार की फैसिलिटी नहीं है। इसको देखते हुए रेलवे मिनिस्ट्री ने कई ट्रेंस में ई-कैटरिंग की भी फैसिलिटी स्टार्ट कर दी है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर से चलने वाली गोरखधाम में पेंट्रीकार के लिए पैसेंजर्स के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी काफी डिमांड की है, इसको देखते हुए रेलवे मिनिस्ट्री जल्द ही इसका प्रबंध करेगी। इस दौरान सदर सांसद महंत योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से जुड़ी कई और डिमांड भी रखी जिन्हें रेल राज्य मंत्री ने जल्द पूरी करने का आश्वासन दिया।
नहीं अटकेंगे काम किसी बड़े काम को कराने के लिए रेल ऑफिसर्स को बोर्ड की परमिशन लेनी पड़ती है। इससे जहां काम को कंप्लीट होने में काफी देर लग जाती है, वहीं कुछ वर्क्स जरूरी होने के बाद भी पूरे नहीं हो पाते। इसे रेल मिनिस्ट्री ने संजीदगी से लेते हुए अब लोकल एडमिनिस्ट्रेटर को बोर्ड के पॉवर डिसेंट्रलाइज करने का डिसिजन लिया है। इवेंट के दौरान मनोज सिन्हा ने बताया कि कई बार लोकल लेवल पर ऐसी परेशानियां आ जाती हैं, जिनसे स्टेशन पर पैसेंजर्स एमिनिटीज से जुड़े कई वर्क पेंडिंग हो जाते हैं। इसको देखते हुए जीएम, डीआरएम और स्टेशन मैनेजर को एडमिनिस्ट्रेटिव और फायनेंशियल डिसीजन लेने के पावर दिए जा रहे हैं। इसके बाद पैसेंजर्स एमिनिटीज और डेवपलमेंट वर्क कराने के लिए उन्हें किसी से परमिशन लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर जल्द ही मेडिकल स्टोर भी खोला जाएगा। इलेक्ट्रिफिकेशन और डबलिंग के बाद हाईस्पीड ट्रेंसरेल मिनिस्टर ऑफ स्टेट ने बताया कि गोरखपुर से जुड़े लोगों और सांसदों ने राजधानी और शताब्दी जैसी हाईस्पीड ट्रेंस की डिमांड की है। अब सरकार उनकी है, तो उसकी जिम्मेदारी भी है कि अपने प्रतिनिधियों की बात मानें, इसलिए डबलिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क कंप्लीट होने के बाद इस प्रस्ताव को मिनिस्ट्री के सामने रखा जाएगा। उसके बाद जितनी जल्दी पॉसिबल हो सकेगा, गोरखपुर से दिल्ली के लिए हाईस्पीड ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी।
स्पेशल सेफ्टी फंड की फिर से होगी शुरुआत मनोज सिन्हा ने बताया कि पैसेंजर्स सेफ्टी के लिए रेल मिनिस्ट्री काफी स्कीम तैयार कर रही है। इसके तहत काफी दिनों से बंद पड़ी स्पेशल सेफ्टी फंड स्कीम की दोबारा शुरुआत की जाएगी। इसके साथ ही आरपीएफ के पावर को और बढ़ाने की बात चल रही है। इसमें कुछ स्टेट्स ने हामी भर दी है, लेकिन कुछ अब भी इसको लेकर कंफ्यूजन में हैं। जैसे ही सभी एक राय हो जाएंगे, आरपीएफ के पावर भी बढ़ाए जाएंगे, ताकि सिक्योरिटी और सेफ्टी पर खास ध्यान दिया जा सके। इसके अलावा फीमेल कोचेज में सीसीटीवी कैमरे लगाने की स्कीम भी शुरू की जा रही है।