इधर भी नजरे इनायत कीजिए साहब
- सिटी के बाहरी एरिया की कई रोड जर्जर
- दर्जनों बार प्रदर्शन और कंप्लेन के बाद भी नहीं बन रही रोड - डेली 10 से अधिक पब्लिक हो रही परेशान GORAKHPUR: सिटी के कुछ एरिया ऐसे हैं जहां के लोग रोजाना अखबारों में नगर निगम का टेंडर देखते हैं। चौंकिए मत टेंडर डालने के लिए नहीं, बल्कि अपने एरिया का टेंडर देखने के लिए करते हैं। जब उनके मोहल्ले की सड़क का टेंडर नहीं मिलता है तो उदास हो जाते हैं और यही दोहराते हैं कि इस नारकीय रोड पर जीवन भर चलना होगा। यह हालत सिटी के एक दो एरिया की नहीं बल्कि सिटी के सभी बाहरी एरिया का है। आलम यह है कि पब्लिक कंप्लेन करती है और अधिकारी आश्वासन भी देते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है। क्यों नहीं निकलता टेंडर?नगर निगम के एक जेई का कहना है कि उन्हीं सड़कों का टेंडर जल्द नहीं निकलता है जो नए बसे हैं। जेई ने बताया कि यह नए बसे हुए लोग वोटर होते नहीं हैं, ऐसे में उन रोड का प्रस्ताव कभी कोई पार्षद देता नहीं है। जब कोई प्रस्ताव नहीं देता है तो नगर निगम उन रोड को बनाता भी नहींहै। कभी-कभी पब्लिक बहुत विरोध करती है तो एक दो रोड का निर्माण नगर निगम की ओर से करा दिया जाता है। जिन बाहरी एरिया के सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव आता है, वह नए सिरे से निर्माण कराने से बचने के लिए नगर निगम उनका टेंडर नहीं निकलने देता है। इसके कारण उनका निर्माण नहीं हो पाता है।
सबसे अधिक गोरखनाथ, रुस्तमपुर और पादरीबाजार में टूटी हैं सड़केंसिटी में इस समय हर एरिया में सड़कें और नालियां टूटी हुई है। इसमें सबसे अधिक गोरखनाथ और शिवपुर सहबाजगंज एरिया की रोड्स टूटी है। यहां की पब्लिक का कहना है कि वे लोग पार्षद से लेकर नगर आयुक्त तक कंप्लेन कर चुके हैं, लेकिन रोड बनाने के लिए केवल आश्वासन मिलता है। राजेंद्र नगर के रहने वाले गोरखनाथ सिंह का कहना है कि क्0 नंबर बोरिंग के पास साकेतपुरी कॉलोनी की रोड ख्0क्क् से बनने का आश्वासन मिल रहा है, लेकिन रोड की हालत यह है कि थोड़ी सी बारिश होते ही सड़क पर जलजमाव जमा हो जाता है और कीचड़ फैल जाता है। रुस्तमपुर एरिया में कई ऐसी सड़कें है जिनका कभी निर्माण कार्य होता ही नहीं है। चिलमापुर से भरवलिया गांव को जोड़ने वाली सड़क को लेकर दर्जनों बार प्रदर्शन हो चुका है, लेकिन एक ही आश्वासन मिलता है, जल्द ही टेंडर निकाल दिया जाएगा। अफसरों का यह आश्वासन दो साल में अभी तक पूरा नहंी हो पाया है।