पिपराइच में तड़तड़ाई गोलियां, एक की मौत, 2 घायल
गोरखपुर (ब्यूरो)। मृतक के शव को कब्जे में लेने के दौरान पुलिस को स्थानीय लोगों का भारी विरोध पर उतर गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने अगर मनबढ़ों पर कार्रवाई की होती तो शायद यह वारदात नहीं होती। घटना पिपराइच के हरखापुर गांव में सोमवार की शाम करीब 7:30 बजे की है। सूचना पाते ही एसपी नार्थ मनोज कुमारअवस्थी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों का गुस्सा देखते हुए कस्बा इंचार्ज और एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है।पुरानी रंजिश में हुई हत्या
एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया, बदमाशों की तलाश की जा रही है। घटना के पीछ की वजह पुरानी रंजिश है। एक महीना पहले भी मोनू से कुछ युवकों का विवाद हुआ था। बदमाशों का टारगेट मोनू ही था। लेकिन, विपिन पाण्डेय साथ होने की वजह से उन्हें गोली लग गई। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।ननिहाल आया था विपिन
पिपराइच इलाके के महुआ खुर्द गांव निवासी इंद्रजीत पाण्डेय का विपिन पाण्डेय (25) अपने ननिहाल हरखापुर गांव में गया था। गांव के हनुमान मंदिर पर कीर्तन चल रहा था। उसमें शामिल होने यादवपुर गांव का मोनू और गांव का युवक विश्वास तिवारी भी पहुंचा था। ग्रामीणों के मुताबिक, तीनों दोस्त हैं। विपिन अपने नानी के यहां पनीर पहुंचाकर घर के लिए लौट रहा था। तभी गांव के पटेल तिराहे पर तीनों की मुलाकात हो गई। वह बाइक रोककर बात करने लगे।मोनू के हाथ और विपिन के सीने में लगी गोलीइस बीच दो बाइक सवार चार बदमाश आए और तीनों के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। आरोप है, उन्होंने पहले मोनू के ऊपर फायरिंग की। गोली मोनू के हाथ में लगी। जबकि, बदमाशों की दूसरी गोली विपिन पाण्डेय के सीने में लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, तीसरा साथी विश्वास भी इस घटना में घायल हो गया। 8 से 10 राउंड की फायरिंगग्रामीणों के मुताबिक, बदमाश ताबड़तोड़ करीब 8 से 10 राउंड फायरिंग किए। गोली की आवाज सुनकर जब तक लोग पहुंचते, तब तक बदमाश फरार हो गए थे। फिलहाल दोनों घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जबकि, विपिन की मौत के बाद शव लेने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।