चुनाव हारने पर पूर्व प्रधान के समर्थकों ने की एक की हत्या, सात घायल
- वोट न देने का आरोप लगाकर घर पर चढ़कर तीन महिलाओं सहित आठ को पीटा
- तीन की हालत गंभीर उनमें से एक की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हो गई मौत - गोला के तीरा गांव में मतगणना के बाद हिंसा की घटना से इलाके में सनसनी GORAKHPUR: गोला एरिया के तीरा में चुनाव हारने पर पूर्व प्रधान के समर्थकों ने मंगलवार को लाठी, डंडा और धारदार हथियार से लैस होकर वोट न देने पर एक मतदाता घर पर हमला कर दिया। घर की महिलाएं और पुरुषों सहित आठ लोगों को बुरी तरह से पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी गोला में भर्ती कराई। हालत गंभीर होने पर दो लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जिसमें से एक की मौत हो गई। घर पर चढ़कर हमलाजानकारी के मुताबिक तीरा गांव प्रधानी के लिए सामान्य सीट थी। पूर्व प्रधान दुर्गावती पत्नी विजय शंकर यादव की पतोहू निर्मला इस बार चुनाव मैदान में थी। वह चुनाव हार गई हैं। आरोप है कि हार से गुस्साए पूर्व प्रधान ले लोगों ने वोट न देने के शक में मंगलवार की सुबह आठ बजे लाठी, डण्डा, धारदार हथियार से लैस होकर दयाशंकर के घर पर चढ़कर हमला कर दिए। लाठी डण्डा से से लैस हमलावरों ने रमाशंकर, लीलावती पत्नी रमाशंकर, शशिकांत पुत्र रमाशंकर, प्रकाश, दीपक, विकास, महिमा पुत्री दयाशंकर, कुसुम पत्नी दयाशंकर आदि को बुरी तरह से पीटा। जिसमें रमाशंकर, प्रकाश, विकास, शशिकांत का सिर फट गया। गोला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को सीएचसी गोला पहुंचाया। रमाशंकर, विकास व शशिकान्त की स्थिति खराब देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अन्य को प्राथमिक इलाज के बाद छोड़ दिया।
अस्पताल ले जाते वक्त मौतजिला अस्पताल रेफर किए गए रमाशंकर की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। उधर, विजय शंकर का कहना है कि दयाशंकर पक्ष के लोगों ने हमारे तीन लोगों को पहले ही मारा-पीटा है। यह घटना चुनावी रंजिश में नहीं हुई है। कोतवाल सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि दयाशंकर पक्ष की तरफ से मिली तहरीर के अनुसार विजय शंकर पक्ष के 15 लोगों के खिलाफ मारपीट, बलवा सहित कई धाराओं में मुकदमा पहले ही दर्ज कर लिया। इलाज के लिए रेफर जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में रमाशंकर की मृत्यु हो गई। अब इसमें गैर इरादतन हत्या की धारा और बढ़ जाएगी.वहीं पुलिस ने पूर्व प्रधान विजय शंकर के तरफ से दी गई तहरीर पर आधा दर्जन लोगों पर एनसीआर लिखा है।