गोरखपुर के टॉप 5 माफिया को सजा दिलाएंगे अफसर
गोरखपुर (ब्यूरो)। इन पर कार्रवाई कर सजा दिलाने की जिम्मेदारी अपने सीनियर अफसरों को सौंपी है। टॉप 5 की सूची में माफिया अजीत शाही, सुधीर सिंह, विनोद उपाध्याय, राजन तिवारी और राकेश यादव का नाम है, जिनके लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। माफिया राजन तिवारी और सुधीर सिंह के लिए एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह, विनोद उपाध्याय और अजीत शाही के लिए एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई और एसपी क्राइम इंदु प्रभा सिंह, राकेश यादव के लिए एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी और एएसपी मानुष पारिख को नोडल बनाया है।
एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया, नोडल अधिकारी इन सभी अपराधियों की कुंडली तैयार कर सूची बनाएंगे। नोडल को गैंगेस्टर के तहत माफिया की सम्पत्ति कुर्क कराना और माफियाओं के मुकदमा में प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा दिलाना होगा। अपराधियों के सभी गैर न्यायिक सभी व्यवसाय बंद किए जाएंगे। न्यायिक व्यवसाय की जांच कि जाएगी यदि उनमें आपराधिक तरीकों से अर्जित संपत्ति का निवेश है तो उन्हें भी बंद कराएंगे।निरस्त कराई जाएगी अजीत शाही की रिकवरी एजेंसी
एसएसपी ने बताया, अजीत शाही की रिकवरी एजेंसी उसकी आपराधिक सत्ता के दम पर बनाई गई है, जिसे बड़े तरीके से लीगल जामा पहना दिया है। रिकवरी एजेंसी में उसने अपने सारे गुर्गों को शरण के साथ आय का भी स्रोत बना रखा है। उसके दोनों यार्ड पर भी लगाम लगेगी। वहीं एक जन प्रतिनिधि और कुछ पुलिसवाले जो अजीत शाही के यहां मांगलिक कर्यक्रम में गए थे। उसकी भी जांच हो रही है।माफिया राकेश के घर पहुंचे एसपी नार्थइसी क्रम में मंगलवार को एसपी नार्थ माफिया राकेश यादव के घर पहुंचे। उन्होंने माफिया और उनके गुर्गों के विषय मे पूरी जानकारी जुटाई।विनोद के गुर्गों से हो रही पुछताछउधर पुलिस 25 हजार के इनामी माफिया विनोद और उसके भाई संजय की गिरफ्तारी में जुटी है। माफिया के कई गुर्गों और करीबी इंजीनियर के साथ ही एक अन्य को बुलाकर जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं पुलिस माफिया के संतकबीरनगर और गोरखपुर कोर्ट में सरेंडर करने की आशंका पर भी मुस्तैद है। पुलिस ने वहां की पुलिस से सम्पर्क भी किया है। सूत्रों के अनुसार माफिया विनोद पर रंगदारी का केस, इनाम होने के बाद कुछ और लोग जो उसके सताए हुए हैं, उन्होंने तहरीर दी है। जल्द ही विनोद पर कुछ और केस दर्ज हो सकते है। वर्तमान में माफिया अजित और सुधीर जेल में है। राजन तिवारी जमानत पर बाहर है। विनोद फरार है। नोडल अधिकारी जुटाएंगे ये डिटेल
। वर्तमान में माफिया के आय का स्त्रोत क्या हैं?। उनके लिए काम करने वाले गुर्गों की डिटेल।। माफिया की चल अचल संपत्ति का ब्योरा।। माफिया को संरक्षण देने वालोंं के नाम।