बाबा गोरक्षनाथ को चढ़ाई आस्था की खिचड़ी, समृद्धि का चखा प्रसाद
गोरखपुर (ब्यूरो)। बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने लाखों श्रद्धालु कड़ाके की ठंड के बीच गोरखनाथ मंदिर में उमड़े। सुख समृद्धि एवं आरोग्य की मंगलकामना को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों और पड़ोसी राज्य नेपाल से आए श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर गुरु गोरखनाथ को श्रद्धा की खिचड़ी निवेदित की। इसके बाद मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी देवताओं के विग्रहों का पूजन कर ब्रह्मलीन महंत बाबा गंभीरनाथ, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। इस दौरान गुरु गोरखनाथ की जय जयकार से पूरा मंदिर प्रांगण गूंज रहा था। मंदिर परिसर से सड़क तक लगी रहीं कतारें
गोरखनाथ मंदिर में अमीर-गरीब सभी कतारबद्ध होकर बारी-बारी भगवान गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ा रहे थे। कोई मुट्ठी भर श्रद्धा का चावल लेकर आ रहा था तो कोई बोरी भर। लेकिन भगवान के प्रति भाव सभी का उतना ही था, न जाति का बंधन था न ही धर्म का। शुक्रवार की रात से ही श्रद्धालु बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने पहुंच गए थे। रविवार को यह संख्या लाखों में हो गई। भोर से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिर परिसर से बाहर सड़क तक लग गई थी। अलग अलग गेट और बैडिकेडिंग से श्रद्धालुओं की भीड़ को संभाला जा रहा था। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा व सहूलियत को लेकर मंदिर व जिला प्रशासन की ओर से मुकम्मल इंतजाम किए गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद सभी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए थे। श्रद्धालुओं ने ग्रहण की खिचड़ी मंदिर परिसर में सभी श्रद्धालुओं को खिचड़ी का प्रसाद सहभोज में वितरित किया। अमीर-गरीब, जाति, वर्ग का भेदभाव भुलाकर सबने खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर परिसर में आमंत्रित अतिथियों के लिए भी सहभोज का आयोजन किया गया।सीएम ने सबके सुख व मंगलमय जीवन की कामना की
सीएम एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मकर संक्रांति का पर्व जगतपिता सूर्य की उपासना, प्रकृति की पूजा करने व उसके साथ तारतम्य स्थापित करने का अद्भुत आयोजन है। सीएम योगी ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व पूरे देश के अंदर अलग-अलग नामों और रूपों में मनाया जाता है। उत्तर भारत में मकर संक्रांति खिचड़ी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर लाखों की संख्या में कल्पवासी प्रयागराज में एक महीने तक प्रवास करते हैं, साधना और अनुष्ठान के कार्यक्रम के साथ जुड़ते हैं। मकर संक्रांति का स्नान प्रयागराज और अन्य तीर्थो में पूरे उत्साह व उमंग से प्रारंभ हो चुका है तो गोरखपुर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिवावतार भगवान गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाने आए हुए हैं। उन्होंने कहा, इस पर्व पर सूर्यदेव का उत्तरायण होना हर प्रकार के सुख और मांगलिक कार्यक्रमों के लिए प्रशस्ति तिथि मानी गई है। आज से मांगलिक कार्य भी प्रारंभ हो गए।