अब रोडवेज बसों में बैठकर करिए मनपंसद खाना ऑर्डर
- यूपी रोडवेज की लंबे रूट वाली बसों में पैसेंजर्स को मिलेगी सुविधा
- 'मील ऑन रोड' एप डाउनलोड कर ले सकेंगे लाभ, दिवाली के पहले पूरे प्रदेश में शुरू हो जाएगा प्रोजेक्टGORAKHPUR: रोडवेज की बसों में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के लिए राहत भरी खबर है। यूपी रोडवेज की लॉन्ग रूट वाली बसों में पैसेंजर्स अब बस में बैठे-बैठे अपने लिए खाना और स्नैक्स ऑर्डर कर सकेंगे। इसके लिए बस उन्हें अपने फोन में 'मील ऑन रोड' एप डाउनलोड करना होगा। जिसके इस्तेमाल से वे रोडवेज द्वारा अधिकृत ढाबे का मेन्यू देख पसंद का खाना ऑर्डर कर सकेंगे, जो उन्हें वहां पहुंचने से पहले तैयार मिलेगा। साथ ही उसकी क्वालिटी भी बेहतरीन होगी। हां, अगर पैसेंजर्स को खाना खराब लगता है तो वे तत्काल एप की मदद से इसकी शिकायत भी कर सकेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि पूरे प्रदेश में दिवाली के पहले ये सुविधा शुरू हो जाएगी।
अक्टूबर लास्ट तक मिलने लगेगी सुविधापरिहवन निगम के एमडी पी गुरु प्रसाद ने 2017 में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाया था। जिसकी सफलता के बाद इस प्रोजेक्ट को यूपी के सभी रोडवेज में शुरू कराया जा रहा है। इसकी शुरूआत गाजियाबाद से हो भी गई है। इसके लिए नोएडा की कंपनी बिजोनिया ब्रांस फार्मिग ओपीसी प्राइवेट लिमटेड से परिवहन निगम ने करार भी कर लिया है। कंपनी का दावा है कि दिवाली के पहले तक यूपी परिहवन विभाग के सभी 20 रीजन की बसों में ये सुविधा मिलने लगेगी।
डिपो में लगेगा थर्मल प्रिंटर कंपनी के डायरेक्टर अमन पांडेय ने बताया कि गोरखपुर रीजन आरएम के साथ उनकी मीटिंग हो चुकी है। अब हम लोग यहां के डिपो में थर्मल प्रिंटर लगाने का काम शुरू करेंगे। जब भी डिपो से कोई बस निकलेगी तब उसके कंडक्टर को इस थर्मल प्रिंटर से निकलने वाली क्यूआर कोड पर्ची को लेकर ही यात्रा तय करनी होगी। नहीं कर सकेंगे मनमानीलंबी दूरी की यात्रा के दौरान क्यूआर कोड पर्ची को अधिकृत ढाबे पर रोककर स्वैप करना होगा। स्वैप करते ही इसकी जानकारी तत्काल आरएम को हो जाएगी। वहीं अगर पर्ची को स्वैप नहीं किया तो इसकी जानकारी भी आरएम को हो जाएगी। इसके लिए सभी रीजन के आरएम को यूनिक आईडी कोड जेनरेट होगा। जिससे वे बैठे-बैठे बस का स्टेटस देख सकेंगे। यही नहीं, इससे ड्राइवर और कंडक्टर कहीं भी रॉन्ग साइड बस नहीं खड़ी कर सकेंगे। इसके बाद भी अगर ये बस कहीं भी खड़ी करते हैं तो अगले दिन इनसे दो हजार रुपए पेनाल्टी के रूप में वसूला जाएगा।
चार ढाबे हैं अधिकृत गोरखपुर रीजन की अगर बात करें तो इसमें कुल आठ डिपो पड़ते हैं। फिलहाल ये सुविधा गोरखपुर से सोनौली की बसों में और गोरखपुर टू लखनऊ और दिल्ली की बसों में शुरू की जा रही हैं। इसके लिए गोरखपुर रीजन के चार ढाबे अधिकृत हैं जहां पर बसें नियमित रुकती हैं। इसमें गोरखपुर और सोनौली के बीच आनंदनगर में जंगल स्ट्रीट फूड प्लाजा है। जबकि गोरखपुर से लखनऊ के बीच में पड़ने वाले युवराज फूड प्लाजा, पराग फूड प्लाजा और अरविंद पैलेस रोडवेज की तरफ से अधिकृत किए गए हैं। वर्जन पैसेंजर्स की सुविधा के लिए ये एक अच्छी पहल है। कल से हमारे डिपो में इसके लिए काम भी शुरू कर दिया जाएगा। अक्टूबर लास्ट तक पैसेंजर्स इस सुविधा का लाभ भी उठा सकेंगे। - डीबी सिंह, आरएम