दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी की छुट्टियां कम करने की न केवल प्रक्रिया शुरू कर दी है बल्कि दीपावली में तीन दिन की छुट्टी कम करने के बाद विंटर वेकेशन को भी खत्म करने का फैसला ले लिया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके अलावा 23 नवंबर को होने वाली देवोत्थान एकादशी और छह दिसंबर को होने वाली बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस की छुट्टी भी रद कर दी है। स्टेट गर्वमेंट की छुट्टियों के मानक पर यूनिवर्सिटी की छुट्टियों को रद करने का फैसला वीसी के निर्देश पर यूनिवर्सिटी की ओर से लिया गया है। रजिस्ट्रार प्रो। शांतनु रस्तोगी ने गुरुवार को इसे लेकर पत्र जारी कर दिया। 29 छुट्टी करने पर मंथन


दशहरे की आठ दिन की छुट्टी के चलते यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित होने के बाद वीसी प्रो। पूनम टंडन की यूनिवर्सिटी के छुट्टियों के कैलेंडर की समीक्षा की और दीपावली के दौरान होने वाली छुट्टियों में आठ से 10 नवंबर तक छुट्टी निरस्त कर दी। इसी क्रम में उन्होंने 14 नवंबर की छुट्टी निरस्त कर दी थी पर बाद में टीचर्स और कर्मचारियों की मांग पर अपना यह फैसला वापस ले लिया। इससे यह साफ हो गया है कि अगले साल छुट्टियों का कैलेंडर काफी छोटा होगा। कैलेंडर में छुट्टियों को 52 की जगह 29 किए जाने पर मंथन शुरू हो गया है। जल्द ही 2024 का कम छुट्टियों वाल कैलेंडर जारी हो सकता है। आठ दिन का था विंटर वेकेशन

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के छुट्टियों के कैलेंडर में विंटर वेकेशन तो केवल 26 से 30 दिसंबर तक यानी पांच दिन ही था पर पर्व और रविवार की चलते छुट्टियों की संख्या आठ दिन हो गई थी। इस दौरान 25 दिसंबर को क्रिसमस का अवकाश है तो 24 व 31 दिसंबर को रविवार। शीतकालीन छुट्टी रद होने से कई शिक्षकों और कर्मचारियों की सर्दियों में बाहर जाने की योजना फेल हो गई है। इसे लेकर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को खूब चर्चा रही। कुछ शिक्षकों का कहना था कि छुट्टियां कम करने का फैसला आगामी वर्ष से लिया जाता तो बेहतर होता। अचानक लिए गए फैसला से उनकी सारी योजना ध्वस्त हो गई है।

Posted By: Inextlive