अब कैश लेने खुद बैंक आएगी रेलवे के द्वार
- एनई रेलवे जीएम राजीव मिश्र ने किया 'रेल शक्ति योजना' का उद्घाटन
- अब रेलवे का कैश जमा करने कर्मचारियों को नहीं जाना पड़ेगा बैंक - हर साल बैंक को चार करोड़ देगी रेलवे -रेलवे को होगा करोड़ों का फायदा GORAKHPUR: गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर एनईआर जीएम राजीव मिश्र ने मंगलवार को रेलवे बोर्ड की महत्वाकांक्षी 'रेल शक्ति योजना' का उद्घाटन किया। इसके तहत अब रेलकर्मियों को सरकारी कैश लेकर बैंक के पास नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि बैंककर्मी खुद आकर पैसे जमा करेंगे। सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर ये फैसला लिया गया है। रेलवे ने इसके लिए एसबीआई से करार किया है। इस योजना के माध्यम से हर साल चार करोड़ रुपए जमा होंगे जिस पर बैंक 1.44 करोड़ रुपए इंटरेस्ट देगा। सुरक्षा के लिए लिया फैसलासीसीएम एपी सिंह ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने ये फैसला सुरक्षा और पारदर्शिता को देखते हुए लिया है। अब तक मंडल के छोटे-बड़े सभी स्टेशनों की कमाई हेड ऑफिस स्थित लेखा विभाग पहुंचाई जाती है। वहां से पैसा बैंक भेजा जाता है। यह एक लंबा प्रोसेस है। इसमें एक से दो दिन का समय लग जाता था। साथ ही पैसा सुरक्षित हेड ऑफिस पहुंचाना जोखिम भरा होता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पैसे के दुरुपयोग की संभावना भी रहती है। कई बार ऐसे मामले सामने भी आ चुके हैं। एनईआर के जीएम राजीव मिश्र ने बताया कि यह सेवा एनईआर के हेड ऑफिस सहित सभी मंडलों में एक साथ शुरू की गई है। इसके तहत रेलवे स्टेशन, टिकट बुकिंग ऑफिस और पार्सल घर में रोजाना एसबीआई के कर्मचारी वैन के साथ पहुंचेंगे। रेलकर्मियों के सहयोग से दिन भर की आमदनी को जमा कर बैंक पहुंचाया जाएगा।
दूसरे काम में लगेंगे कर्मचारी जीएम राजीव मिश्र ने कहा कि दिन भर की आमदनी को बैंक तक पहुंचाने में ही वाणिज्य, परिचालन और लेखा विभाग के दर्जनों कर्मचारी लगे रहते हैं। अब इन लोगों को दूसरे काम में लगाया जा सकेगा। अभी तक ये था प्रोसेसअभी तक एनईआर के 34 बड़े रेलवे स्टेशनों से 52 फीसदी कैश का कलेक्शन एसबीआई करती थी। जबकि, शेष रेलवे स्टेशन जो छोटे हैं, अपने कैश को कैश बैग में रखकर उसे स्टेशन से गुजरने वाली पैसेंजर्स ट्रेन के गार्ड बोगी में रखे कैश बॉक्स में रखवाकर संबंधित स्थान को भेजती थी। इसमें कुल 6 दिन का समय लग जाता था, जिससे रेलवे का नुकसान होता था। इस पैसे का कोई ब्याज भी रेलवे को बैंक के माध्यम से नहीं मिलता था।
329 स्टेशनों से कैश होगा कलेक्ट
सीसीएम एपी सिंह ने बताया कि 'रेल शक्ति सेवा', 'रेल शक्ति योजना' के माध्यम से 329 रेलवे स्टेशनों से एसबीआई कैश कलेक्ट करेगी। कुछ नॉन रेल हेड पीआरएस जैसे नैनीताल-कुशीनगर भी इसमें शामिल हैं। योजना उद्घाटन के दौरान सीसीएम एपी सिंह, वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी आरसी राय, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक पीएन राय, मुख्य विद्युत इंजीनियर आरके गुप्ता, मुख्य परिचालन प्रबंधक अर्चना जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण पीडी शर्मा, स्टेट बैंक आफ इंडिया, गोरखपुर के उप महाप्रबंधक एसआई हुसैनी आदि लोग मौजूद रहे।