200 अस्पतालों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नोटिस
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-- CMO ऑफिस में रजिस्टर्ड हैं 350 प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिग होम - प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सिर्फ 151 ने लिया है लाइसेंस, बाकी को दी गई नोटिस GORAKHPUR: यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिला महिला अस्पताल, बीआरडी, रेलवे अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी समेत 80 सरकारी अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इन अस्पतालों का लाइसेंस रिन्युअल नहीं हुआ है। इसके अलावा सीएमओ ऑफिस में रजिस्टर्ड लगभग 350 प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिग होम में से सिर्फ 151 का ही लाइसेंस विभाग को मिल सका है। बाकी 199 का रिकॉर्ड में नाम तक नहीं दर्ज है। इस पर प्रदूषण विभाग ने उन्हें भी नोटिस देकर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। 82 सरकारी अस्पतालों में 2 का ही रिन्युअलअस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल बायोवेस्ट के निस्तारण के लिए जिले के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से लाइसेंस लेना होता है। हर साल इसका रिन्युअल कराना होता है। हैरानी की बात है कि यहां 82 सरकारी अस्पतालों में सिर्फ जिला अस्पताल और भटहट सीएचसी ने ही अपना लाइसेंस रिन्युअल करवाया है। जिसे गंभीरता से लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नोटिस जारी कर दी है।
द्ब ठ्ठद्ग3ह्ल ने उठाई थी समस्या9 दिसंबर के अंक में आई नेक्स्ट ने 'बीआरडी की चिमनी उगल रही जहर' हेडिंग से बीआरडी में मेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लापरवाही की न्यूज पब्लिश की थी। इसमें इंसीनेरेटर की ब्लोअर खराब होने से होने वाले पॉल्यूशन की बात पब्लिश की गई थी। इसी के साथ मेडिकल वेस्ट के संबंध में अन्य संस्थानों की लापरवाही भी उजागर की गई थी। जिसके बाद संज्ञान लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यह कार्रवाई की है। बोर्ड ने आनन-फानन में 200 अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
वर्जन अगर समय रहते अस्पतालों ने लाइसेंस रिन्युअल नहीं कराया या इसके लिए अप्लाई नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - एसपी सिंह, रिजनल ऑफिसर, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड