पेंडमिक में एनईआर की कमाई 'डीरेल'
- कोरोना काल में गोरखपुर जंक्शन को 107 करोड़ से ज्यादा लॉस
- लॉकडाउन के बाद रेलवे को जबरदस्त घाटना - अनलॉक वन के बाद ट्रेनों के संचालन के बाद पटरी पर आई रफ्तारGORAKHPUR: कोरोना महामारी ने गोरखपुर जंक्शन की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। लॉकडाउन के बाद से ट्रेंस का संचालन पूरी तरह से ठप रहा। अनलॉक वन के बाद रेलवे ने ट्रेनों को पटरी पर उतारा, फिर भी अब तक रेलवे घाटे की भरपाई नहीं कर पा रहा है। इसके चलते एक तरफ मंदी के दौर से गुजर रहे रेलवे को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 2019-20 अप्रैल से अक्टूबर तक गोरखपुर जंक्शन ने लगभग 128 करोड़ रूपए की कमाई हुई। वहीं 2020-21 अप्रैल से अक्टूबर तक सिर्फ 10 करोड़ 32 लाख 20 हजार रुपए की इनकम हुई। ऐसे में पिछले साल के मुकाबले इस बार गोरखपुर जंक्शन को 107 करोड़ 63 लाख रुपए कम मिले हैं।
यह है आंकड़े वित्तीय वर्ष वर्ष 2019-20 अप्रैल से अक्टूबर तक - बुकिंग टिकट (यूटीएस) --92 करोड़ 75 लाख 78 हजार रुपए - रिजर्वेशन काउंटर (पीआरएस)- 18 करोड़ 51 लाख 93 हजार रुपए - पार्सल का इनकम- 16 करोड़ 99 लाख 80 हजार रुपएवित्तीय वर्ष 2020-21 अप्रैल से अक्टूबर तक
- बुकिंग टिकट (यूटीएस)-52 लाख 26 हजार रुपए - रिजर्वेशन काउंटर (पीआरएस)- 4 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपए - पार्सल का इनकम- 4 करोड़ 96 लाख 4 हजार रुपए ------------- वर्ष 2019-20 में कुल इनकम-128 करोड़ 27 लाख 51 हजार रुपए वर्ष 2020-21 में कुल इनकम- 10 करोड़ 32 लाख 20 हजार रुपए कोरोना काल में गोरखपुर जंक्शन को लॉस--107 करोड़ 63 लाख 11 हजार रुपए