साहब! क्या-क्या करें हम?
- बिजली विभाग के कर्मचारियों पर बिलिंग सेंटर्स की जिम्मेदारी
- कंप्यूटर की जानकारी न होने से कई बिलिंग सेंटर्स पर आ रही परेशानी - बिल जमा करने के बाद भी नहीं हो रहा अपडेट GORAKHPUR: साहब क्या-क्या करें हम? आजकल ऐसे ही सवाल सिटी के बिलिंग सेंटर्स पर कंज्यूमर्स से बिजली बिल जमा करने वाले कर्मचारी पूछ रहे हैं। बता दें कि, बिजली बिल निकालने से लेकर बांटने के जिम्मेदार मेट्रो इंफोटेक कंपनी का अनुबंध फ्क् दिसंबर ख्0क्ब् को समाप्त हो गया। इसके बाद बिल जमा करने की जिम्मेदारी विभाग के कर्मचारियों के कंधों पर आ गई। ऐसे में सिटी के सभी बिलिंग सेंटर्स में बिल जमा करने और सिटी के तीनों एक्सईएन आफिस में बिल रिवाइज को लेकर प्रॉब्लम आ रही है। ऐसे में बिला जमा करने वाले कर्मचारी और कंज्यूमर्स दोनों परेशान हैं। बिल की रसीद रखें सुरक्षितख्0क्ख् में मेट्रो कंपनी को सिटी में ऑन लाइन की जिम्मेदारी मिली। जब कंपनी ने सिटी में बिजली बिल निकालने का काम शुरू किया तो ख्0 हजार कंज्यूमर्स के यहां दो माह का बिल एक साथ भेज दिया। जब इस बात को लेकर कंज्यूमर्स बिजली विभाग के अफसरों से मिले तो वहां से यही जवाब मिला कि पिछली कंपनी ने जो डाटा दिया है, उसमें इन कंज्यूमर्स का डाटा फिड नहीं है। ऐसे में इन कंज्यूमर्स के पास अगर कोई रिकार्ड है तो उनका बिल जमा हो जाएगा, अगर नहीं है तो उनको फिर से बिल जमा करना पड़ेगा। इस तरह सिटी में लगभग क्0 हजार कंज्यूमर्स को दोबारा बिल जमा करना पड़ा। महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई एसपी पांडेय ने बताया कि इस माह में अगर कोई बिल जमा कर रहा है तो इसकी रसीद जरूर सुरक्षित रखें, क्योंकि अगर डाटा फिड नहीं होता है तो कम से कम कंज्यूमर्स के पास रिकार्ड तो रहेगा कि उसने बिल जमा किया है।
यह आ रही है प्रॉब्लम - रिवाईज बिल समय से नहीं हो रहा सही - इस माह क्0 दिन लेट पहुंचेगा बिल - डाटा फिड न होने के कारण क्भ् हजार से अधिक कंज्यूमर्स का बिल हुआ गड़बड़ - बिल जमा करने वाले कंज्यूमर्स का जमा हुआ बिल भी ऑन लाइन नहीं हो रहा शो - बिलिंग सेंटर्स पर पब्लिक लगा रही चक्कर - न्यू कनेक्शन भी नहीं हुए अभी तक ऑन लाइन - कई बिलिंग सेंटर्स पर बिल निकालने और जमा करने के लेकर हो रही परेशानी