जिला अस्पताल के वार्ड हाउसफुल
- मरीजों की बढ़ी मुश्किलें, लौट रहे पेशेंट्स
- डॉक्टर्स बेड के अभाव में पेशेंट्स को रेफर कर रहे मेडिकल कॉलेज GORAKHPUR : जिला अस्पताल में संडे को अचानक पेशेंट्स की संख्या में इजाफा हो गया। हॉस्पिटल के सभी वार्ड हाउसफुल हो गए हैं। आलम यह है कि मेल और फिमेल आर्थो वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं है। बेड की कमी के नाते मरीजों को बाहर जाना पड़ रहा है। डॉक्टर्स गंभीर मरीजों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर रहे हैं। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कुल फ्भ्0 बेड हैं। मेल, फीमेल आर्थो, इमरजेंसी, न्यू बिल्डिंग में मेल, फीमेल सर्जरी, मेडिसिन वार्ड, प्राइवेट, स्पेशल वार्ड समेत अन्य वार्डो में जगह नहीं है। भूकंप पीडि़तों के लिए केवल दस बेडजिला अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड में सिर्फ दस बेड भूकंप पीडि़तों के लिए रिजर्व किया हैं। अन्य मरीजों को एडमिट करने की कोई व्यवस्था नहीं है। खोराबार में हुए बवाल में घायल हुए महिला थाना की एसओ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बेड खाली न होने के चलते उन्हें इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
इमरजेंसी वार्ड में दस बेड आरक्षित हैं। जरूरत के हिसाब से गंभीर मरीजों को एडमिट किया जा रहा है। इसके अलावा आई वार्ड में भी पेशेंटस को भेजा जा रहा है।
डॉ। एचआर यादव, एसआईसी जिला अस्पताल