पांच साल में घटे पंचायत के दो लाख मतदाता
- जिला प्रशासन ने जारी की मतदाता सूची
- पब्लिक से पूछकर जानेंगे कितना संवेदनशील बूथ GORAKHPUR: जिले में उहापोह के बाद पंचायत मतदाताओं की सूची शनिवार को जारी हुई। सुबह से लेकर शाम तक मंथन करने के बाद अफसर वोटर लिस्ट जारी कर सके। पांच साल के भीतर पंचायत चुनाव के मतदाताओं की तादाद करीब दो लाख कम हो गई। अफसरों का कहना है कि नाम जोड़ने की प्रक्रिया मतदान के पहले तक जारी रहेगी। आवेदन के अनुसार वोटर लिस्ट में नाम जुड़ते जाएंगे। 1 लाख 88 हजार 437 वोटर हुए कममतदाता सूची जारी करने के लिए जिला प्रशासन ने पांच तारीख तय की थी। शनिवार की सुबह से ही कलेक्ट्रेट के चुनाव सेल में इसको लेकर मंथन शुरू हो गया, लेकिन लिस्ट जारी करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति रही। दोपहर में डीएम रंजन कुमार की अध्यक्षता में मीटिंग बुलाई गई। इसके बाद मतदाता सूची जारी कर दी गई। लिस्ट में दिए गए आंकड़े के मुताबिक करीब दो लाख वोटर घट गए हैं। वर्ष 2010 के पंचायत चुनाव में 2979347 मतदाता थे। वर्ष 2015 की सूची में इनकी संख्या 2790910 हो गई है। आंकड़े के अनुसार 1 लाख 88 हजार 437 वोटर कम हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि खामियों को दूर करने पर यह आंकड़ा सामने आया है। संशोधन में मतदाताओं के नाम बढ़ेंगे।
कैंपियरगंज ब्लॉक में सबसे अधिक वोटर जिले के 19 ब्लॉक की कुल 1354 ग्राम पंचायतें हैं। कैंपियरगंज ब्लॉक में सबसे अधिक वोटर 197025 हैं। दूसरे नंबर पर जंगल कौडि़या है, जहां पर मतदाताओं की संख्या 182205 है। तीसरे नंबर पर उरुवा ब्लॉक है। इसमें 160232 हैं। सबसे कम वोटर पाली ब्लॉक में हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या महज 107514 है। पब्लिक से पूछकर बताएंगे संवेदनशीलता विकास भवन में शनिवार की दोपहर डीएम की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। सीडीओ और एडीएम प्रशासन की मौजूदगी में बूथ को लेकर चर्चा की गई। डीएम ने जिले में संवेदनशील, अतिसंवेदनशील बूथ के बारे में सूचनाएं जुटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एसडीएम और बीडीओ मौके पर पहुंचकर पब्लिक से बात करके बूथ के बारे में जानकारी लें। इसके अलावा बूथ तक पहुंचने वाले रास्ते, बूथ पर फोर व्हीलर के जाने की सुविधा, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। चुनाव टलने की सूचना से मचा हड़कंपशनिवार की दोपहर अचानक व्हाट्सअप ग्रुप पंचायत चुनाव टलने की सूचना वायरल हो गई। सूचना में बताया कि प्रदेश सरकार ने प्रधानों का कार्यकाल छह माह बढ़ा दिया है। इस वजह से वर्ष 2016 के मई मंथ में इलेक्शन होंगे। सूचना मिलने के बाद लोगों ने पुष्टि के लिए फोन घुमाना शुरू कर दिया। देर शाम तक लोग जिले से लेकर लखनऊ तक क्वेरी करते रहे।