हवा में तीरदांजी, एसटीएफ भी लगी
- एक ड्राइवर के सुराग पर पुलिस कर रही पड़ताल
- छत के रास्ते घर में दाखिल होने के मिले सुराग GORAKHPUR: कोतवाली एरिया के हाई प्रोफाइल डबल मर्डर में पुलिस खाली हाथ है। उनकी अलग-अलग टीम सिर्फ हवा में तीरदांजी कर रही है। ड्राइवर और नौकरानी से पूछताछ में पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। एक ड्राइवर से मिले सुराग पर उसके परिचितों की तलाश में पुलिस ने रातभर छापेमारी की। शनिवार को यूपी एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट भी घटनास्थल पर पहुंची। साथ ही नगर क्षेत्र के सभी थानेदार और क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीम कातिलों की तलाश में लगी है। वहीं अपनी छुट्टी निरस्त कराकर एसएसपी लव कुमार भी शहर में वापस पहुंच चुके हैं। सर्जिकल ब्लेड से हुआ था वारकोतवाली, विन्ध्यवासिनी नगर मोहल्ले में एनई रेलवे के उप मुख्य विद्युत इंजीनियर कॉलोनी संजय श्रीवास्तव, उनकी पत्नी एचपी चिल्ड्रेन स्कूल में प्राइमरी सेक्शन की प्रिंसिपल तुलिका श्रीवास्तव की शुक्रवार की सुबह कमरे में डेड बॉडी मिली। स्कूल के ड्राइवर युसूफ के बताने पर लोगों ने संजय की बहन आरती पत्नी डॉ। दीपक को सूचना दी। डॉक्टर दीपक घर पहुंचे तो दंपति की हत्या की जानकारी हुई। घर में बेड पर दंपति की डेड बॉडी पड़ी थी। दोनों के गले पर सर्जिकल ब्लेड जैसी वस्तु से वार किया गया था।
सांस की नली कटने से गई जान घर में सामान बिखरे पड़े होने से पुलिस ने लूटपाट का अंदेशा जताया। दंपति के सिरहाने पड़ी अटैची में कागजात बिखरे होने से किसी दस्तावेज के गायब होने का अंदाजा लगाया गया। शुक्रवार की देर रात दंपति की डेड बॉडी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। दोनों के गले पर पेशेवर अंदाज में वार किया था। सांस की नली कटने से तुलिका की मौत बताई गई। दंपति ने रात में खाना नहीं खाया था। स्कूल में लंच का समय न मिलने से तुलिका लंच बाक्स घर ले आई थीं। करीब 15 साल से ब्रेन ट्यूमर झेल रहे संजय बदमाशों का प्रतिरोध करने में सक्षम नहीं थे। एसटीएफ ने भी शुरू की पड़तालहाई प्रोफाइल मर्डर से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने साढ़े पांच घंटे जांच करती रही। घर की नौकरानी और तीन ड्राइवर्स को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। देर रात हुई पूछताछ में एक ड्राइवर से पुलिस को सुराग मिले। ड्राइवर के परिचितों के घर छापेमारी करके पुलिस ने नकदी और ज्वेलरी बरामद करने की कोशिश की। पुलिस से जुड़े लोगों ने कहा कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। चार लोगों की तलाश में पुलिस अलग-अलग दिशाओं में गई है। शनिवार को कोतवाली पुलिस दोबारा घटनास्थल पर पहुंची। एसटीएफ गोरखपुर यूनिट के प्रभारी सत्य प्रकाश, एसआई अशोक सिंह भी टीम के साथ पहुंचे। टीम ने घर में घुसने, निकलने, हत्या वाली जगह सहित हर स्थिति का जायजा लिया। मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के सबूत जुटाए।
छत के रास्ते घर में घुसे बदमाश शनिवार को जांच में सामने आया कि घर के सामने बनी सीढ़ी के सहारे बदमाश छत पर चढ़े। छत से आंगन के ऊपर लगी प्लास्टिक की सीट के चार नट-बोल्ट खोलकर कूदते हुए घर में दाखिल हुए। नीचे के कमरों में जाकर वारदात की। इत्मीनान के साथ मेन दरवाजे से गेट खोलकर निकल गए। यह तथ्य सामने आने के बाद शक की सुई फिर करीबी पर जाकर टिक गई। पुलिस ने माना है कि छत से प्लास्टिक की सीट हटाकर घर में दाखिल होने की जानकारी घर में आने जाने वाले किसी व्यक्ति हो सकती है। इसके अलावा फर्स्ट फ्लोर के कमरों में कोई हरकत नहीं की गई। कहा जा रहा है कि कि बदमाशों को सटीक पता था कि नकदी, गहने या फिर कागजात कहां मिल सकते हैं।पहचान छिपाने के लिए हत्या
दंपति की हत्या से कॉलोनी में दहशत में फैली है। शनिवार को अपने-अपने घरों में सुरक्षा के इंतजाम करते नजर आए। कई लोगों ने घर के सामने लगे पेड़ों की शाखाएं कटवा दी, जिससे छत या कमरों में दाखिल न हुआ जा सके। परिजनों और रिश्तेदारों से बातचीत में सामने आया कि संजय चाय नहीं पीते थे। तुलिका भी कभी-कभार चाय पी लेती थी। घर के सामने मौजूद लोग आपस में चर्चा करते रहे कि कोई न कोई परिचित वारदात में शामिल था। जिसने पहचान होने के डर से दंपति को मौत को ठिकाने लगा दिया। पुलिस भी इस थ्योरी पर यकीन कर रही है।