रैली निकालकर जताया प्रशासन का विरोध
- बारिश में भीगकर करते रहे प्रदर्शन
- राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद ने लगाए नारे द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : जिले के निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति का आरक्षण देने की मांग मुखर हो रही है। कसरवल कांड के बाद निषाद समुदाय ने दोबारा अपनी आवाज बुलंद की। थर्सडे को रैली निकालकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को सख्त लहजे में चेताया। हालांकि प्रदर्शन खत्म होने तक कलेक्ट्रेट कैंपस पुलिस के घेरे में रहा। आंदोलनकारी रिहा नहीं हुए तो बढ़ेगा आंदोलननिषाद समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग उठी है। सात जून को डॉक्टर संजय निषाद की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने सहजनवां के कसरवल में रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। जिला पुलिस-प्रशासन ने आंदोलनकारियों को हटाने का प्रयास किया। झड़प के दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। दूसरा घायल हो गया। सहजनवां एसओ श्यामलाल यादव की तहरीर पर पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की। दो हजार अज्ञात लोगों को मुल्जिम बनाया गया। बवाल के आरोप में पुलिस ने 37 लोगों को अरेस्ट करके जेल भेज दिया।
आठ दिनों से चल रहा था प्रदर्शनबवाल के मुख्य आरोपी डॉ। संजय निषाद सहित अन्य अभियुक्तों की पुलिस तलाश करती रही। उधर निषाद समुदाय से जुड़े लोग आंदोलन को धार देने में लगे रहे। राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद की महिला मोर्चा चंचला निषाद की अगुवाई में सात दिनों तक धरना, प्रदर्शन चलता रहा। आठवें दिन कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। कसरवल कांड में जेल भेजे गए लोगों को जल्द से जल्द रिहा करने, निषादों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग दोहराई।